कोलकाता। रोजवैली घोटाले में कुछ दिन पहले सीबीआई ने टीएमसी के सासंद तापस पाल को गिरफ्तार किया था तो वहीं इस मामले में दूसरी गिरफ्तारी हुई है जिसके बाद सियासी माहौल काफी गर्म है। सीबीआई ने मंगलवार को टीएमसी के दिग्गज नेता सुदीम बंदोपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया जिसके बाद भड़की ममता बैनर्जी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है।
ममता बैनर्जी ने ट्विटर पर लिखा, मैं नरेंद्र मोदी और अमित शाह के राजनीति से प्रेरिस इस कदम की निंदा करती हूं। बिना किसी वजह से उन्हें गिरफ्तार किया है। अगर कोई रीजन है तो वो है नोटबंदी। हम लोगों के साथ है ये एक आर्थिक इमरजेंसी नहीं है बल्कि ये पूरी तरह से इमरजेंसी है।
We strongly condemn the political vindictive attitude of Narendra Modi and Amit Shah 1/3
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 3, 2017
We will be with the people. This is not only financial emergency. This is full-fledged emergency 3/3
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) January 3, 2017
तृणमूल कांग्रेस के नेता की गिरफ्तारी के बाद गुस्साएं समर्थकों ने कोलकाता में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की कार पर हमला किया और पार्टी के मुख्यालय में पथराव किया। इसके साथ ही बुधवार को ये लड़ाई दिल्ली की सियासत तक भी पहुंचेगी और वहां पर भी जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा।
हालांकि ममता दिल्ली नहीं आएगी वो कोलकाता में ही मार्च करेंगी। खबरों की मानें तो भाजपा मुख्यालय के बाहर हुई पत्थरबाजी में कई लोग घायल हो गए है जिसके बाद माहौल की गंभीरता को देखते हुए सीआरपीएफ को भाजपा कार्यालय के बाहर तैनात किया गया है। वहीं ऐसी खबरें भी आ रही है दोपहर 1 बजे भाजपा प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से भी मुलाकात कर सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई सुदीप और तापस से आमने-सामने पूछताछ कर सकती है और दोनों की रोजवैली की कई जगहों पर ले जा सकती है। गिरफ्तारी के बाद आज सुदीप बंदोपाध्याय को भुवनेश्वर की कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जानिए क्या है रोजवैली मामला?
-सुदीप पर आरोप है कि उन्होंने व उनकी पत्नी व तृणमूल विधायक नयना बनर्जी ने व्यापार बढाने में रोजवैली के प्रमुख गौतम कुंडू की मदद की थी।
-इन दोनो पर रोजवैली के पैसे से विदेश भ्रमण करने का आरोप भी है।
-रोजवैली के प्रमुख गौतम कुंडू से पूछताछ में सीबीआई को जो तथ्य मिले हैं उनके मुताबिक रोजवैली और सुदीप के बीच कई बार आर्थिक लेन-देन भी हुए।
-सुदीप के कुछ रिश्तेदारों को रोजवैली में नौकरी भी दी गई।
बता दें , सीबीआई ने पूछताछ के लिये इससे पहले भी दो बार सुदीप को तलब किया था लेकिन संसद के शीतकालीन सत्र में व्यस्त होने का हवाला देकर उन्होंने हाजिर होने में असमर्थता जताई। इसके बाद सीबीआई की तरफ से उन्हें 30 दिसम्बर की तारीख दी गई लेकिन सुदीप ने सीबीआई को बताया कि वे 18 जनवरी से पहले नहीं आ सकेंगे। इस पर सीबीआई की तरफ से कड़ा रुख अख्तियार किये जाने के बाद मंगलवार को पूछताछ के लिये हाजिर हुए। गिरफ्तारी के बाद कुछ देर के लिए उन्हें सीजीओ काम्पलैक्स में रखा गया और बाद में भुवनेश्वर ले जाया गया।