सिवान के लकड़ीनबीगंज की भोपतपुर पंचायत के बाला गांव में दो दिन पहले जहरीली शराब पीकर जान गंवाने वालों की संख्या आठ हो गई है।
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इलाजरत सुरेंद्र प्रसाद की मृत्यु मंगलवार की सुबह हो गई। वहीं, पीएमसीएच रेफर किए गए दुलम राम की भी मौत की पुष्टि हो चुकी है। सोमवार को गोपालगंज में भी एक अधेड़ की शराब से मौत होने की बात सामने आई है, लेकिन उसके परिजनों ने पुलिस को बीमारी से मौत होने का आवेदन दिया है। मृतक नग नारायण साह के शव का पोस्टमार्टम किए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। बता दें कि नग नारायण साह ने सिवान के सीमावर्ती गांव से 50 रुपये में शराब का पाउच खरीदकर पीने की बात स्वीकारी थी।
वहीं, सदर अस्पताल में तीन लोगों का उपचार जारी है। तीनों को मंगलवार की सुबह घर भेज दिया गया था, लेकिन सुरेंद्र प्रसाद की मौत के बाद तीनों को वापस सदर अस्पताल बुला लिया गया है और उपचार हेतु चिकित्सकों की देख-रेख में रखा गया है। जहरीली शराब (स्प्रिट) से रविवार की देर शाम से सोमवार की दोपहर तक आधा दर्जन लोगों की जान जा चुकी थी, जबकि एक दर्जन से अधिक लोग बीमार हो गए। इसमें कुछ पीड़ितों का उपचार सदर अस्पताल में चल रहा है।
मृतकों में जनक बिन, धुरेंद्र मांझी, राजेश प्रसाद, जितेंद्र मांझी, राजू मांझी एवं पड़ौली निवासी लछन देव राम शामिल हैं। वहीं, सदर अस्पताल में उपचार कराने वालों में शंकर मांझी, जितेंद्र मांझी, सुरेंद्र बिन, नीरज कुमार शामिल हैं। हालांकि, लछन देव राम के स्वजनों का कहना है कि उनकी मौत बीमारी के कारण हुई है, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा लछन के शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के दौरान स्वजन यह नहीं बता पाए कि उन्हें कौन सी बीमारी थी।