Himachal Pradesh: प्रदेश में विधानसभा चुनावों के नतीजे सामने आ चुके हैं। जिसमें कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार बना ली है।
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हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अब चर्चाओं का बाजार फिर गर्म हो गया। ऐसे में अब सता में आने के बाद अब प्रदेश मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर बाते होने शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री की रेस में कई चेहरे हैं। ऐसे में एक नाम सबसे आगे मुकेश अग्निहोत्री का नाम चल रहा है। जो नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके है।
कौन है मुकेश अग्निहोत्री
मुकेश अग्निहोत्री की पहचान बड़े नेताओं में की जाती है। सरकार में उन्हें कई जिम्मेदारियां भी मिली है। वह विपक्ष में बैठकर नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके है। पार्टी हाईकमान से भी उनके संबध अच्छे है। आपको बता दें कि पूर्व दिव्गंत मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह उन्हें अपना बेटा मानते थे।
मुकेश अग्निहोत्री का राजनीतिक सफर
राजनीति से पूर्व मुकेश अग्निहोत्री पत्रकारिता में थे। 2003 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर संतोषगढ़ विधानसभा क्षेत्र से पहली बार चुनाव लड़ा था। वह पहली बार ही विधानसभा में पहुंचने में सफल रहे। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह हरोली लगातार विधानसभा से चुनाव जीतते आ रहे हैं। पूर्व वीरभद्र सरकार में उद्योग, श्रम व रोजगार, संसदीय मामले और सूचना एवं जनसंपर्क जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रह चुके हैं। इससे पहले चीफ पार्लियामेंटरी सेक्रेटरी के पद पर रहे।
2017 के विधानसभा चुनाव के बाद मुकेश अग्निहोत्री को पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के करीबी होने का फायदा मिला, जिससे उन्हें कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया। फिर नेता प्रतिपक्ष का ओहदा मिला। इसके बाद मुकेश अग्निहोत्री ने कांग्रेस की आवाज को बुलंद रखा। उन्होंने भाजपा सरकार को भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई, कर्ज, पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले और अन्य मुद्दों पर घेरे रखा। वहीं, उपचुनाव में उनकी पार्टी को विधानसभा की 3 और लोकसभा की एक सीट पर जीत दिलाने में अहम भूमिका रही।