Britain New King: ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद उनके बेटे और उत्तराधिकारी चार्ल्स तृतीय नए किंग बन गए हैं। 73 वर्षीय किंग चार्ल्स कल यानी शुक्रवार 9 सितंबर को पहली बार बतौर राजा शाही महल बकिंघम पैलेस पहुंचे।
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भारतीय समुय के अनुसार, दोपहर 2.30 बजे सेंट जेम्स पैलेस में एक्शेसन काउंसिल की बैठक में किंग चार्ल्स को आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन के नए किंग के तौर पर घोषित किया जाएगा। हालांकि, किंग बनने के बाद भी चार्ल्स को ताजपोशी के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।
शाही परंपराओं के अनुसार, ताजपोशी कार्यक्रम को अरेंज करने में काफी समय लगता है। किंग चार्ल्स की मां यानी ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को भी करीब 16 माह इंतजार करना पड़ा था। उनके पिता का देहांत फरवरी 1952 में हुआ था, इसके तुरंत बाद वो महारानी बन गई थीं। मगर उनकी ताजपोशी जून 1953 में जाकर हुई।
मां को याद कर भावुक हुई किंग चार्ल्स
अपनी मां के साथ अक्सर नजर आने वाले किंग चार्ल्स संबोधन के दौरान उन्हें याद कर भावुक हो गए। सेंट पॉल्स कैथेड्रल में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मेमोरियल सर्विस के दौरान किंग चार्ल्स तृतीय ने ब्रिटेन के नए राजा के रुप में पहली बार देश को संबोधित करते हुए कहा, मेरी प्यारी मां मेरे और परिवार के लिए प्रेरणा थीं।
साल 1947 में मेरी मां ने 21वीं जन्मदिन पर एक प्रण लिया था। वे पूरी जिंदगी देश के लोगों की सेवा करना चाहती थीं। उन्होंने पूरी जिंदगी ऐसा किया भी। किंग चार्ल्स तृतीय ने आगे कहा कि वह महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन से बहुत दुखी हैं और जीवनभर राष्ट्र की सेवा करने का उनका काम जारी