Lumpy Skin: मवेशियों में लंपी त्वचा रोग कई राज्यों में तेजी से फैल रहा है। इस बीमारी से गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में हजारों गायों की मौत भी हो चुकी है।
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रिपोर्टों के मुताबिक अभी तक कम से कम 8,000 गायों की मौत हो चुकी है और 25,000 से 30,000 गायें संक्रमित हैं। शुरू में सिर्फ राजस्थान और गुजरात में इस बीमारी के मामले सामने आए थे लेकिन अब पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से भी संक्रमण की खबरें आ रही हैं।
आज कृषि भवन नई दिल्ली में राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र हिसार तथा भारतीय पशु चिकित्सा संस्थान इज्जतनगर के तत्वाधान में निर्मित इस वैक्सीन (Lumpi Pro Vac) का प्रमोचन माननीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री @nstomar जी
— Kailash Choudhary (@KailashBaytu) August 10, 2022
भारत में वैक्सीनें उपलब्ध
मवेशियों को इस संक्रमण से बचाने के लिए कई तरह के टीके उपलब्ध हैं। भारत में इसके लिए गोट पॉक्स टीके का इस्तेमाल किया जा रहा है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि सरकार ने इस बीमारी की रोकथाम के लिए “लंपी प्रो वैक” नाम का नया टीका उपलब्ध करना शुरू किया है। इस वैक्सीन को राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र, हिसार तथा भारतीय पशु चिकित्सा संस्थान इज्जतनगर ने मिल कर बनाया है।
क्या है लंपी त्वचा रोग
लंपी स्किन डिज़ीज़ मवेशियों में फैलने वाली एक वायरल बीमारी है। यह संक्रमण पॉक्सविरिडे नाम के वायरस से होता है। जेनेटिक रूप से इसे गोट पॉक्स और शीप पॉक्स वायरस परिवार से संबंधित माना जाता है। वर्ल्ड आर्गेनाईजेशन फॉर एनिमल हेल्थ के मुताबिक इस बीमारी में एक से लेकर पांच प्रतिशत तक की मृत्यु दर होती है। यह बीमारी खून पीने वाले मक्खियों, मच्छरों जैसे कीड़ों की कुछ खासी प्रजातियों द्वारा फैलाई जाती है।
इस बीमारी में मवेशियों को बुखार होता है, त्वचा पर गांठें निकल आती हैं, दूध की मात्रा कम हो जाती है और कई मामलों में मौत भी हो जाती है। त्वचा पर गांठ पड़ने की वजह से इसे लंपी स्किन डिज़ीज़ कहा जाता है।