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दक्षिण कोरिया में 73% लोग तनावग्रस्त, पैसे देकर खोज रहे शांति,‘जेल’ में भी रहने को तैयार

if you will keep these things in mind ... then people will salute you दक्षिण कोरिया में 73% लोग तनावग्रस्त, पैसे देकर खोज रहे शांति,‘जेल’ में भी रहने को तैयार

दक्षिण कोरिया में लोग कोरोना के लंबे दौर व काम के दबाव से तंग आ चुके हैं। यहां लोगों में पैसा खर्च कर शांति खोजने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। इस प्रवृत्ति को ‘हिंटिंग मंग’ नाम दिया गया है।

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यह नजारा अब आम बात

कंपनियां संघर्ष कर रही हैं, दंपती तर्क-वितर्क कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें पैसे की चिंता है। हर कोई निराशा के सागर में डूबा हुआ है। लोगों को निराशा के भंवर से निकालने के लिए ‘हिटिंग मंग’ कल्चर लोकप्रिय हो रहा है। लोग परिवार के बिना सुकून वाली जगह तलाश रहे हैं। इस दौरान पेन और नोटपैड के अलावा कुछ नहीं रखते। इसके तहत वादियों और समुद्र या नदी के किनारे स्थित कैफे में बैठकर प्रकृति को निहार रहे हैं।

आत्महत्या की दर सर्वाधिक

दक्षिण कोरिआई समाज बेहद प्रतिस्पर्धी है। यहां दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से ही बच्चों में सफलता होने की चाबी स्कूली दिनों से भरी जाती है और यहां युवा पूंजीवादी सफलता को जारी रखना अपना कर्तव्य मानते है। इस पूरी कवायद ने एक तनावग्रस्त समाज बना दिया है। महामारी ने इसमें वृद्धि की है।

कई जगह सख्त चुप्पी का नियम

इन जगहों पर सख्त चुप्पी का नियम है। कई सिनेमाघरों ने 40 मिनट की ‘फ्लाइट’ मूवी दिखाई। यह कहकर चार्ज किया कि ‘बादलों के बीच थोड़ा आराम कीजिए।’ जेजू द्वीप पर एक प्रतियोगिता हुई, इसमें उसे विजेता घोषित किया गया, जिसकी हृदय गति सबसे धीमी चल रही थी। गंगवोन प्रांत में हैप्पीटरी फाउंडेशन ने एक ‘जेल’ बनाई है, जहां लोग कागज-कलम के साथ 48 घंटे रह सकते हैं।

एकांत देता है तैयार होने की शक्ति

इसी संस्था की प्रवक्ता वू सुंग-हुन बताती हैं ‘यहां लोग खुद का सामना करने के लिए आते हैं, खुद से जरूरी प्रश्न पूछते हैं और सच्ची खुशी पाते हैं। बिना किसी व्यवधान के एकांत में रहने का अनुभव उन्हें भविष्य के लिए तैयार होने की शक्ति देता है। स्कूली दिनों से ही बच्चों में भरी जाती है सफलता की चाह।

लंबी शिफ्ट के बाद सुकून की तलाश

लॉ फर्म में काम करने वाली 39 वर्षीय हान ये-जंग लंबी शिफ्ट के बाद सुकून की तलाश में हैं। वे कहती हैं कि जीवन में तनाव बढ़ जा रहा है। मेरे साथी भी ऐसा महसूस कर रहे हैं। मैं कुछ दिन पहले पैदल जा रही थी और एक शख्स मुझसे टकरा गया। पहले की स्थिति में दोनों माफी मांगते और अपने रास्ते पर चले जाते, लेकिन अब हर कोई इतने गुस्से में रहता है कि झगड़े शुरू हो जाते हैं।

एक सर्वे के मुताबिक 73% आबादी खुद को तनावग्रस्त मानती हैं। औद्योगिक दुनिया में सुसाइड रेट के मामले में दक्षिण कोरिया शीर्ष पर है।

 

 

 

 

 

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