राज्यसभा सचिवालय स्वच्छता अभियान शपथ के पालन के लिए 2 अक्टूबर गांधी जयंती से विशेष अभियान चलाने जा रहा है। यह अभियान 2 अक्टूबर से लेकर 9 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। जिसके तहत औपचारिक निरीक्षण करने की तैयारी की जा रही है और इसे लेकर अधिकारियों की एक विशेष टीम का गठन भी किया गया है।
राज्यसभा सचिवालय ने इसको लेकर एक सर्कुलर जारी करते हुए सचिवालय के अंतर्गत आने वाले तमाम सेक्शन, ब्रांच, ऑफिस और भवनों में यह हिदायत दी है कि वह अपने परिसर के आसपास स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। जारी निर्देश में यह भी कहा गया है कि ऑफिस व परिसर से जुड़ा कोई भी सामान कमरे के बाहर नहीं आना चाहिए।
राज्यसभा सचिवालय द्वारा स्वच्छता के पालन को लेकर चलाए जा रहे इस विशेष अभियान में राज्यसभा सचिवालय से जुड़े सभी कर्मचारियों को शामिल करने के निर्देश देते हुए कहा गया है कि खासतौर से लंच के बाद कोई कमरे के बाहर खाने के बर्तन और चम्मच नजर आते हैं तो इस में गंदगी फैलती है और जिसकी वजह से बीमारी फैलने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही इन बर्तनों में बचे खाने से बंदर, बिल्ली, चूहे जैसे जानवर आकर्षित होते हैं। जिससे परिसर में जानवरों की संख्या बढ़ सकती हैं। राज्यसभा सचिवालय द्वारा जारी निर्देश के तहत इस प्रकार की हरकतों से बचने के लिए निर्देश जारी किए गए साथी हिदायत दिए गए हैं कि लंच के बाद इस तरह के बर्तनों को तुरंत से वहां से हटा देना चाहिए ताकि साफ-सफाई बनी रहे।
स्वच्छता अभियान शपथ के पालन को सुनिश्चित करने के लिए राज्यसभा सचिवालय की तरफ से अधिकारियों की एक विशेष समिति का गठन किया गया है। इस 3 सदस्य कमेटी में टी.एन.पांडेय- निदेशक, पी. नारायणन-निदेशक और विशेष निदेशक-सुरक्षा राजीव शर्मा को शामिल किया गया है।