आज 20 अगस्त यानि आज शुक्रवार है। शुक्रवार को लक्ष्मी माता और संतोषी मां की पूजा की जाती है। देवियों की उपासना करने से सारे कष्ट दूर होते हैं। मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। वहीं माता संतोषी की अर्चना से सभी कार्य सफल होते हैं।
सावन का आखिरी प्रदोष व्रत
आज सावन का अंतिम प्रदोष व्रत है। इस दिन ही सावन मास की पूर्णिमा तिथि भी है। आपको बता दें कि 23 अगस्त से भाद्रपद यानी भादो की शुरुआत हो जाएगी और सावन मास का समापन हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को रात 8 बजकर 50 मिनट तक त्रयोदशी तिथि रहेगी।
प्रदोष व्रत करने की पूजा विधि
इस दिन सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। इसके बाद साफ-सुधरे कपड़े पहनें और उसके बाद मंदिर पर गंगा जल छिड़कें। ऐसा करने के बाद दीपक प्रज्वलित करें। इसके बाद शिव जी का गंगा जल से अभिषेक करें और फूल चढ़ाएं। इसके बाद शिव परिवार की उपासना करें। शिव चालीसा और आरती का पाठ करने के बाद भगवान भोलेनाथ को मिठाई और फलों का का भोग लगाएं।
आज का पंचाग
आज की तिथि- त्रयोदशी – 20:52:08 तक
आज का नक्षत्र – उत्तराषाढ़ा – 21:25:02 तक
आज का करण – कौलव – 09:52:42 तक, तैतिल – 20:52:08 तक
आज का पक्ष – शुक्ल
आज का योग – आयुष्मान – 15:29:57 तक
आज का वार – शुक्रवार
आज सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय – 05:52:36
सूर्यास्त – 18:56:06
चन्द्रोदय – 17:41:59
चन्द्रास्त – 28:17:00
चन्द्र राशि – मकर
हिन्दू मास एवं वर्ष
शक सम्वत – 1943 प्लव
विक्रम सम्वत – 2078
काली सम्वत – 5123
दिन काल – 13:03:30
मास अमांत – श्रावण
मास पूर्णिमांत – श्रावण
शुभ समय – 11:58:14 से 12:50:28 तक
अशुभ मुहूर्त
दुष्टमुहूर्त – 08:29:18 से 09:21:32 तक, 12:50:28 से 13:42:42 तक
कुलिक – 08:29:18 से 09:21:32 तक
कंटक – 13:42:42 से 14:34:56 तक
राहु काल – 10:46:25 से 12:24:21 तक
कालवेला / अर्द्धयाम – 15:27:10 से 16:19:24 तक
यमघण्ट – 17:11:38 से 18:03:52 तक
यमगण्ड – 15:40:14 से 17:18:10 तक
गुलिक काल – 07:30:32 से 09:08:28 तक