नई दिल्ली। नोटों पर हुई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जहां आज पूरा देश लाइन में लगा है तो वहीं विरोधियों ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है। पीएम मोदी के इस फैसले को राजनीति से प्रेरित करार देते हुए विरोधी पार्टियों ने संसद में जमकर हंगामा भी किया जिसकी वजह से सदन की कार्यवाई पांचवें दिन भी बाधित रही। टीएमसी की नेता ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ एक ओर मोर्चा खोल दिया है तो वहीं अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जुबानी जंग के बाद अब सड़कों पर उतरकर सरकार के इस फैसले का विरोध करेंगे।
मनीष सिसोदिया की अगुवाई में होगा मार्च:-
जानकारी के मुताबिक आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप मुख्य्मंत्री मनीष सिसोदिया मंगलवार को संसद तक विरोध मार्च निकालेंगे जिसमें दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है। बता दें कि सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद से केंद्र सरकार लगातार विरोधियों के निशाने पर रही है। इसी क्रम में केजरीवाल ने भी सरकार पर जमकर हमला बोला। कुछ दिन पहले उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी किया है जिसमें वो सरकार पर 8 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगा रहे हैं।
सरकार पर 8 करोड़ रुपए के घोटाले का लगाया आरोप:-
इस वीडियो में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने की जो घोषणा की, उसका मकसद कालाधन पर रोक लगाना नहीं, बल्कि ‘कालाधन पैदा करना’ था।आप के राष्ट्रीय संयोजक ने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय स्टेट बैंक ने नोटबंदी की घोषणा के बाद 63 पूंजीपतियों के 6000 करोड़ रुपये के कर्ज माफ कर दिए।केजरीवाल ने आरोप लगाया कि इन पूंजीपतियों में विजय माल्या भी एक है, जिसका करीब 1200 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया है, जबकि माल्या भगोड़ा घोषित हो चुका है।