फतेहपुर: नगर पालिका के काम करने का अंदाज ऐसा है कि जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। एक ओर जहां सड़क निर्माण हो रहा था तो दूसरी ओर से सड़क पर दरारें पड़ रही थी। मामले पर नगर पालिका अधिशासी अधिकारी मीरा सिंह का कहना है कि चार फीट पानी भरा होने के कारण सड़क में दरारें आयीं है।
अब ऐसे में सवाल यह है कि पानी के कारण सड़क टूटी या फिर किसी अन्य कारण से, यह तो जांच का विषय है। लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि निर्माण के समय ही जल भराव के स्थान को मिट्टी आदि से भरा जा सकता था। जिससे यह समस्या ही न आती लेकिन ऐसा नहीं हुआ और जलभराव से गौशाला की सड़क पर दरारें आ गईं।
नगर पालिका मलाका क्षेत्र में बांदा सागर फतेहपुर मार्ग से गौशाला तक सीसी रोड का निर्माण करवा रहा है। इसकी दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर के आसपास होगी। यही सड़क गौशाला के अंदर बने मार्ग को आपस में जोड़ती है। गौशाला के अंदर जिस सीसी सड़क को बनाया गया है, उसमें दरारें पड़नी शुरू हो गईं हैं।
परिसर के प्रवेश द्वार के आसपास बनी सड़क किनारे से धंसने भी लगी है। ऐसे में यह सड़क बस कुछ महीनों की मेहमान है। लेकिन इसकी चिंता ना तो ठेकेदार को है और ना ही नगर पालिका को। मामले पर अधिकारी ने सड़क का टूटने का कारण बताते हुए ठेकेदार को तो बचा लिया लेकिन जिस इंजीनियर ने इसे पास किया, उस पर जवाब बाकी है।
अभियंताओं में दूरदर्शिता की कमीं
गौशाला निर्माण में नगर पालिका के अभियंताओं की दूरदर्शिता का साफ-साफ आभाव दिख रहा है। निर्माण के दौरान गौशाला के अंदर पशुओं को घूमने के लिए कई बड़े-बड़े मैदान बनाये गए। साथ ही इसके चारों ओर सड़क बनाकर दीवार जैसी बना दी गयी है। इससे यह मैदान गड्ढे जैसा बन गया। निरीक्षण के दौरान नगर पालिका के अभियंताओं ने यह भी नहीं देखा कि इस गड्ढे से पानी निकलने के लिए जगह नहीं छोड़ी गई है। ऐसे में बारिश के बाद जल भराव हो गया। यदि अभियंताओं ने अपनी दूरदृष्टि दिखयी होती तो यह समस्या ही न होती।
“मलाका स्थित क्षेत्र में अधिक बारिश के कारण गौशाला में पानी भर गया, जिससे सड़क पर दरारें पड़ीं। ऐसे में जहां पर भी दरारें पड़ीं है, उन्हें सही कराने के लिए सम्बन्धित ठेकेदार को निर्देशित किया जाएगा।”
मीरा सिंह
अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका फतेहपुर।