फतेहपुर: कोरोना वायरस की तीसरी लहर पर आइएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) की चेतावनी को देखते हुए जिले में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सर्विलांस के जरिए लोगों की निगरानी की जा रही है। साथ ही साथ बच्चों पर विशेष ध्यान देने के लिए आशा बहुओं को निर्देशित किया गया है। शहर से लेकर गांवों तक मेडिकल किट का वितरण किया जा रहा है। यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी कृष्ण श्रीवास्तव ने दी।
जिले में कोरोना के मामले शून्य हैं। आंकड़ों को स्थिर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार काम कर रहा है। इसके लिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर लगातार टेस्टिंग करवाई जा रही है, जिसमें प्रतिदिन चार हजार लोगों की टेस्टिंग हो रही है। इसके साथ ही गैर प्रांतों-जनपदों से आने वाले लोगों की निगरानी हो रही है, जिसके लिए 900 से अधिक स्वास्थ्य निगरानी समितियां काम कर रहीं हैं। इन समितियों के पास बाहर से गांव-नगर में आने वाले लोगों की पूरी जानकारी होती है।
जिले में PICU-NICU वार्ड तैयार
ये समितियां इनपर सर्विलांस करते हुए निगरानी बनाएं रखती हैं। इस दौरान यदि कोई बीमार हुआ तो उसकी जांच करवाते हुए उनके संपर्क में आए सभी लोगों की ट्रैकिंग कर उनकी भी जांच की जा रही है। तीसरी लहर में बच्चों को खतरा बताया जा रहा है, ऐसे में जिला अस्पताल के साथ हथगाम, जहानाबाद, बिंदकी, थरियांव और खागा में पीआइसीयू, एनआइसीयू वार्ड तैयार किए जा चुके हैं। जिला अस्पताल में 15 वार्ड का पीआइसीयू और 40 बेड का एचडीओ वार्ड बनाया गया है।
जिले में तीसरी लहर से बच्चों को सुरक्षित करने के लिए आशा बहुओं को तीन कैटेगरी की 4500 मेडिकल किट दी गयी हैं। जिसे वह बच्चों में जुकाम-बुखार के लक्षण दिखाई देने पर उनकी जांच करवाते हुए वितरित कर रही हैं। हालांकि, कोरोना टीकाकरण की रफ्तार बहुत कम है। इसमें कहीं न कहीं टीकों की पर्याप्त उपलब्धता न होना महत्वपूर्ण है। अधिकारियों का कहना है कि इसके बावजूद भी टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है।
“जिले में कोरोना वायरस का एक भी मामला नहीं है। ऐसे में कई चक्रों के तहत सर्विलांस किया जा रहा है, जिसमें वयस्क और वृद्ध से लेकर बच्चे तक शामिल हैं। निगरानी समितियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
कृष्ण श्रीवास्तव, अपर चिकित्साधिकारी, फतेहपुर