लखनऊ: उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव का बिगुल गुरुवार को फूंका गया। बीते दिन ही चुनाव की नामांकन प्रक्रिया संपन्न हुई, इस दौरान प्रदेश के कई जनपदों से हिंसक घटनाओं की सूचना भी प्राप्त हुई। नामांकन प्रक्रिया के दौरान समाजवादी पार्टी ने सत्तारूढ़ भाजपा पर मनमानी और गुंडागर्दी का आरोप लगाया।
सपा के ऑफिशियल सोशल अकाउंट पर कई ट्वीट भी किए गए और देर शाम पार्टी का एक डेलिगेशन राज्य निर्वाचन आयुक्त से मिलने पहुंचा। इन सब के बीच शुक्रवार यानी आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आई। उन्होंने कहा कि भाजपा जितनी बेईमानी कर सकती है, वो कर रही है।
लोकतंत्र में ऐसा कभी नहीं हुआ है: अखिलेश
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में कहा कि, ‘मैंने शुरू में ही कहा था कि जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जिले के डीएम और एसपी लड़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी पंचायत चुनाव में मिली हार का बदला ले रही है। उसने अपने गुंडों को खुलेआम छोड़ दिया है और वे गुंडागर्दी पर उतारू हैं।’
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बोले, ‘जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में जो भी कुछ हुआ, वो सब जनता के सामने है। ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी एक कदम और आगे निकल गई और जनता को अपमानित करने के लिए अपने गुंडों को खुली छूट दे दी। इस गुंडागर्दी में प्रशासन के लोग भी शामिल थे।’
‘समय आने पर सबका हिसाब होगा’
लखीमपुर खीरी में सपा समर्थक महिला और उनके साथ नामांकन पत्र दाखिल करने आई एक महिला उम्मीदवार के साथ जो हुआ, अखिलेश यादव ने उसे निंदनीय बताया और कहा कि जो अभी अधिकारी इस तरह के कृत्य में लीन थे उन सबका हिसाब होगा। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के जिम्मेदार अधिकारियों के मोबाइल ‘आउट ऑफ़ कवरेज एरिया’ बता रहे थे। इससे साफ जाहिर है कि हिंसक घटनाओं में अधिकारी भी संलिप्त थे। सभी ने जनता को अपमानित किया है, सबका हिसाब होगा।
भाजपा ने सड़कों पर गुंडों को छोड़ दिया
सपा अध्यक्ष का कहना है कि भाजपा के लोगों ने गुंडों को सड़कों पर छोड़ दिया है। उन्होंने कहा, ‘जो दूसरों को गुंडा पार्टी बोलते थे आज वे सबसे बड़ी गुंडा पार्टी बन गई है।’
माता प्रसाद पाण्डेय भी हुए गुंडई का शिकार
अखिलेश यादव ने कहा कि माता प्रसाद पाण्डेय भी इस तरह के कृत्यों का शिकार हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरी बात उनसे हुई है, उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ जो इस बार भारतीय जनता पार्टी ने कराया। उन्हें नामांकन करने से रोका गया। 2022 के चुनाव में जनता भाजपा वालों को उखड फेकेंगी।’