प्रयागराज: प्रोफेसर राजेन्द्र सिंह उर्फ रज्जू भय्या यूनिवर्सिटी में 5 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स की शुरुआत होने जा रही है l देश में लागू नई शिक्षा नीति के तहत व्यक्तित्व निर्माण और बौद्धिक क्षमता के विकास को ध्यान में रखते हुए इस शैक्षणिक सत्र से आर्ट फैकेलिटी और कॉमर्स फैकेलिटी में 5 साल के इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू होने जा रहा है।
मुख्य परिसर से विवि की शुरुआत
इनमें से तीन इंटीग्रेटेड कोर्स कला संकाय और एक कोर्स वाणिज्य संकाय में शुरू होंगे। अभी फिलहाल इसकी शुरुआत मुख्य परिसर से की जाएगी, लेकिन आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय से संबंधित 600 से अधिक डिग्री कॉलेजों में यह सिस्टम लागू किया जाएगा।
छात्रों का बौद्धिक विकास करना जरूरी
प्रो. राजेन्द्र सिंह यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर एके सिंह का कहना है कि छात्रों को रोजगार दिलाने के लिए शिक्षा के साथ बौद्धिक विकास करने वाला बनाया जा रहा है। विश्वविद्यालय में 12वीं के बाद आर्ट और कॉमर्स के विषयों में 5 साल के इंटीग्रेटेड कोर्स की शुरुआत की जा रही है।
बीच में कोर्स छोड़ने पर मिलेगा सर्टिफिकेट
इन कोर्सों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को पांच साल का कोर्स पूरा करने पर परास्नातक यानी पीजी की डिग्री दी जाएगी, लेकिन अगर वे बीच में कोर्स छोड़ते हैं तो उन्हें सर्टिफिकेट और डिप्लोमा दिया जाएगा।
सेलेक्शन मेरिट के आधार पर होगा
प्रोफेसर राजेन्द्र सिंह विश्वविद्यालय में छात्रों का प्रवेश मेरिट के आधार पर किया जाएगा। पहले सेमेस्टर में सिर्फ 60 छात्रों को ही प्रवेश दिया जाएगा। इसके साथ ही आने वाले दिनों में यही शिक्षा पद्धति इस यूनिवर्सिटी से जुड़े सभी महाविद्यालयों में भी लागू की जाएगी।
महिला अध्ययन केंद्र की स्थापना की गई
प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की पहल पर विश्वविद्यालय में महिला अध्ययन केंद्र की स्थापना की गई है। जहां पर छात्र-छात्राओं को महिला सशक्तिकरण के बारे में जागरूक किया जाएगा। छात्र-छात्रा अपने गांवों और मोहल्लों में जाकर महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर लोगों को जागरूक करने का कार्य करेंगे।
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