लखनऊः उत्तर प्रदेश के धर्मांतरण के तार अब बिहार से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं। रविवार को यूपी यूपी एटीएस की टीम मुजफ्फरपुर जिले हथौड़ी थाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक से पूछताछ करने पहुंची। एटीएस टीम ने युवक के दिल्ली मे रहने, कमाई के स्रोत और संपर्क में आए लोगों की जानकारी ली। बता दें कि युवक के पिता मुखिया हैं।
एटीएस की टीम ने युवक से पूछा कि उसने किस-किस संस्थान से क्या पढ़ाई की है, नोएडा स्थित स्कूल के संपर्क में कैसे आया? वहां कौन-कौन लोग साथ रहते थे? उसका संचानक कब और कैसे किया जाता थ?
एटीएस ने जब्त किए मोबाइल और लैपटॉप
एससपी जयंतकांत ने दूसरे दिन हुई पूछताछ में बताया कि यूपी एटीएस ने पूछताछ के बाद युवक का मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिया है। युवक को फिलहाल पीआर बॉन्ड पर छोड़ा गया है।
बता दें कि यूपी के एक निजी स्कूल के छात्र ने अपना धर्मांतरण कर लिया था। मामला सामने आने के बाद यूपी एटीएस की टीम मुजफ्फरपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्र के एक मुखिया के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ की। युवक के पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि उसका बेटा जिस स्कूल में शिक्षक था, उसी स्कूल के एक छात्र ने धर्म परिवर्तन कर लिया है।
एटीएस के हाथ लगे कई संदिग्ध नंबर
सूत्रों की मानें तो एटीएस ने मुजफ्फरपुर पुलिस की मदद से मुखिया पुत्र का मोबाइल सीडीआर निकाला। एटीएस यूपी से भी सीडीआर निकालकर ले गई थी। दोनों सीडीआर की जब जांच की गई तो इससे कई संदिग्ध नंबर भी मिले। बताया जा रहा है कि इन नंबरों की संख्या एक दर्जन से अधिक है। वहीं, एटीएस के अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। एटीएस जब्त लैपटॉप को भी खंगाल रही है। इसके आईपी और प्रोग्रामिंग की छानबीन की जा रही है।
दो आरोपी गिरफ्तार
गौरतलब है कि यूपी एटीएस ने बीते 21 जून को ऐसे एक गिरोह का पर्दाफाश किया था, जो जबरन गलत तरीकों से लोगों का धर्म परिवर्तन करवाकर मुस्लिम बनने पर मजबूर कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें मोहम्मद उमर और मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी शामिल हैं। ये दोनों आरोपी दिल्ली के जामिया नगर इलाके के रहने वाले हैं।