लखनऊ। कोरोना की दूसरी लहर हालांकि अब कमजोर जरूर हुई लेकिन इसका खतरा अभी भी बरकरार है। खासकर कोरोना की तीसरी लहर में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। इसको देखते हुए सरकार टीकाकरण अभियान को और तेज करने की कवायदों में जुटी हुई है।
इस बीच कोरोना के टीकाकरण को लेकर ग्रामीणों में फैले भ्रम को दूर करना सरकार के सामने बड़ी चुनौती है। इसको देखते हुए सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि लोगों को जागरूक किया जाए और टीकाकरण को समग्र लोगों तक पहुंचाया जाए।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की लेंगे मदद
टीकाकरण की धीमी गति को देखते हुए कम्युनिकेशन स्ट्रेटजी बढ़ाने पर जोर है। इसके तहत शहर से लेकर गांव तक लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें जनप्रतिनिधियों की मदद ली जाएगी। क्योंकि अभी तक पांच जिलों को छोड़कर अन्य जिलों में 10 फीसदी आबादी का भी टीकाकरण नहीं हो सका है।।
प्रदेश में अब तक करीब एक करोड़ 73 लाख 54 हजार 796 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। तमाम प्रयास के बाद भी कई जिलों में टीकाकरण की गति काफी धीमी है। इसे देखते हुए टीकाकरण में लगी टीम को जागरूकता पर जोर देने के निर्देश दिए गए हैं। टीकाकरण के दौरान ग्रामीण इलाके में किसी भी स्थान पर विरोध होता है अथवा लोग टीकाकरण में रुचि नहीं दिखाते हैं तो वहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मदद ली जाएगी। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी टीम 9 की समीक्षा बैठक में निर्देश दे चुके हैं।