लखनऊ: योगी सरकार पुलिस की छवि को स्वच्छ बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसके लिए पुलिस विभाग में लगातार बदलाव का दौर जारी है।
वहीं पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के गृहमंत्रालय द्वारा जबरन रिटायर करने के बाद अब एक नया विवाद सामने आ गया है।
कुछ दिनों में होने वाले थे रिटायर
अब पुलिस के स्टेट कैडर के चार आईजी को रिटायरमेंट से पहले ही पद से हटा दिया गया है। ये आईजी कुछ ही दिनों बाद रिटायर होने वाले थे। रिटायरमेंट से पहले ही इन अफसरों की इस तरीके से असम्मानजनक विदाई से पुलिस के स्टेट कैडर में असंतोष व्याप्त हो गया है।
स्टेट कैडर ने माना अपमानजनक
स्टेट कैडर ने इस घटना को अपमानजनक माना है। इस घटना से पुलिस अफसरों में असंतोष दिखाई दे रहा है। बता दें कि सुभाष बघेल को जहां झांसी के आईजी पद से हटाया गया है, वहीं राजेश पांडेय बरेली के आईजी पद से हटा दिए गए हैं।
पीयूष श्रीवास्तव को आईजी मिर्जापुर के पद से हटा दिया गया है तो वहीं श्रीपर्णा गांगुली को नोएडा आईजी के पद से हटाया गया है। इन सभी को लखनऊ में साइड पोस्टिंग दे दी गई है।
35 सालों से सेवा दे रहे थे अधिकारी
ये सभी पुलिस अधिकारी पिछले 35 सालों से सेवा दे रहे थे और प्रमोशन के बाद आईजी के पद तक पहुंचे थे। ये लोग स्टेट कैडर के वरिष्ठतकम अधिकारी रहे हैं।
वहीं सूत्रों के अनुसार पीपीएस एसोसिएशन इन चारों के आईजी के पद से हटाए जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखेगा। इस पत्र के माध्यम से पीपीएस एसोसिएशन सरकार से अपना विरोध दर्ज करवाएगा।
बताया जा रहा है कि इन चारों ही अधिकारियों की छवि बेदाग रही है और इनको इस तरीके से असम्मानजनक विदाई दी जा रही है। इसी बात को लेकर पुलिस अधिकारियों में ये नाराजगी देखी जा रही है।