देहरादून: उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने मंगलवार को कोविड से बचाव और वैक्सिनेशन की व्यवस्थाओं के मद्देनजर सचिवालय में प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई। बैठक में सीएम रावत ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कोरोना को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की मदद से जनपद स्तर पर की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
कोविड वैक्सिनेशन के प्रचार पर सीएम ने दिया जोर
बैठक को संबोधित करते हुए उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने पर्वतीय क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति के मद्देनजर सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक वैक्सिनेशन कार्यक्रम संचालित किए जाने व इसके प्रचार-प्रसार को व्यापक स्तर पर पहुंचाने की बात कही।
सीएम रावत ने स्वास्थ्य कर्मियों की तारीफ की
बता दें कि सीएम रावत ने लॉक डाउन के दौरान कोविड से बचाव के लिए स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किए गए सेवा भाव की भी जमकर सराहना की गई। सीएम ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं का भी कोविड में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
बैठक में सीएम रावत ने की मोदी की तारीफ
बता दें की सचिवालय में प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक लेने के दौरान सीएम रावत ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने कोरोना के प्रकोप को कम करने के लिए देश में लाकडाउन लगाकर पूरे देश के लोगों की चिन्ता की। सभी को हर प्रकार की मदद पहुंचाने के साथ ही देश में विश्व के सबसे बडे वेक्शिनेशन अभियान की भी शुरूआत की।
प्रभारी सचिव स्वास्थ्य ने प्रदेश में कोराना की जानकारी दी
बता दें कि प्रभारी सचिव, स्वास्थ्य डॉ. पंकज पाण्डेय ने व्यापक प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रदेश में कोविड की रोकथाम एवं वैक्सिनेशन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में कुल कोविड केश 609 है, जबकि अबतक 1709 लोगों की इससे मृत्यु हुई है। राज्य में पोजिटिविटी रेट 3.82 प्रतिशत है, जबकि रिकवरी रेट 96 प्रतिशत तथा डेथ रेट 1.74 प्रतिशत है। प्रदेश में 11 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल, 27 कोविड हेल्थ सेन्टर और 415 कोविड सेन्टर स्थापित है। प्रदेश में 236 स्थानों पर वैक्सिनेशन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है,जबकि राज्य को 8.50 लाख वेक्सीन डोज प्राप्त हुई है।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश, अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, सचिव अमित नेगी, नीतेश झा, डी सेंथिल पांडियन, प्रभारी सचिव एसए मुरूगेशन, एचएस सेमवाल, विनोद कुमार सुमन सहित स्वास्थ्य शिक्षा आदि विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।