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UP: 11वीं का छात्र है या कैलकुलेटर मशीन, याद हैं 100 करोड़ तक के पहाड़े

UP: 11वीं का छात्र है या कैलकुलेटर मशीन, याद हैं 100 करोड़ तक के पहाड़े

शैलेंद्र सिंह, लखनऊ: आजकल की डिजिटल दुनिया में अगर आप किसी से कोई हिसाब जोड़ने को कहें तो वह झट से मोबाइल फोन निकाल लेगा। वहीं, अगर आप किसी से 18 या 19 का पहाड़ा पूछ लें तो शायद ही कोई ऐसा हो, जो सही से पूरे पहाड़े सुना पाए।

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ऐसा इसलिए क्‍योंकि अब किसी को कुछ भी कैलकुलेट करना होता है तो या तो उसके पास मोबाइल फोन होता है या आप किसी दुकान पर हों तो दुकानदार के पास होता है कैलकुलेटर। मगर, उत्‍तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक ऐसा लड़का है, जिसे मौखिक (जुबानी) रूप से 100 करोड़ तक के पहाड़े याद हैं। सिर्फ यही नहीं वह सात अंकों तक की गणितीय गणना भी मौखिक रूप से ही कर लेता है।

कक्षा 11 का छात्र है मास्‍टर चिराग राठी

जी हां, हैरान होने की जरूरत नहीं है। उत्‍तर प्रदेश का मान बढ़ाने वाले इस लड़के का नाम है- चिराग राठी। गणित में इतनी अद्भुत प्रतिभा के चलते उसे मास्‍टर चिराग राठी बुलाया जाता है। चिराग सहारनपुर के जिला सिंह इंटर कॉलेज नकुड़ में कक्षा 11 का छात्र है। इतनी छोटी उम्र में 100 करोड़ तक के पहाड़े याद होना और सात अंकों तक की गणितीय गणना मौखिक रूप से चुटिकियों में करने वाले छात्र चिराग को अगर इंसानी कैलकुलेटर कहा जाए तो इसमें अचंभित होने वाली कोई बात नहीं है।

स्‍कूल प्रशासन ने माफ कर दी फीस

मास्‍टर चिराग एक साधारण परिवार का लड़का है, जिसके पिता मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। छात्र चिराग बड़ा होकर वैज्ञानिक बनना चाहता है और गरीब होने के बावजूद पिता नरेंद्र राठी अपने बेटे के सपने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। वह अपने परिवार का भरण-पोषण करने के साथ ही चिराग को पढ़ा रहे हैं। वहीं, जब चिराग की प्रतिभा उसके स्‍कूल वालों ने देखी तो स्‍कूल प्रशासन ने इस जीनियस की फीस माफ कर दी। इतना ही नहीं, चिराग को पढ़ाई के लिए मुफ्त में किताबें भी दी गई हैं।

 

Untitled UP: 11वीं का छात्र है या कैलकुलेटर मशीन, याद हैं 100 करोड़ तक के पहाड़े

डिप्‍टी सीएम दिनेश शर्मा ने किया सम्‍मानित

वहीं, बीते गुरुवार (11 फरवरी) को सूबे के उपमुख्‍यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने भी चिराग राठी और उसके माता-पिता को सम्‍मानित किया। उन्‍होंने चिराग को सपरिवार लखनऊ बुलाया और विधानभवन स्थित कार्यालय में चिराग को एक टैबलेट और पुस्तकों का सेट भेंट देकर सम्मानित किया। साथ ही इस जीनियस के पिता नरेंद्र सिंह और माता बबिता देवी का भी पगड़ी पहनाकर सम्‍मान किया।

 

chirag rathi UP: 11वीं का छात्र है या कैलकुलेटर मशीन, याद हैं 100 करोड़ तक के पहाड़े

 

चिराग को मजेदार लगते हैं नंबर

पत्रकारों ने जब चिराग से पूछा कि वह इतनी जल्दी कैलकुलेशन कैसे कर लेता है तो चिराग ने जवाब देते हुए कहा कि, ‘नंबर उसे मजेदार लगते हैं और उत्‍तर उसके पास नेचुरली आ जाते हैं।’ वहीं, इस प्रतिभावान छात्र के पिता नरेंद्र सिंह ने बताया कि, ‘चिराग को शुरू से ही गणित विषय पसंद रहा है और इसमें उसकी प्रतिभा शुरुआत से ही दिखनी शुरू हो गई थी। कक्षा में जब टीचर गणित का कोई सवाल देते तो चिराग उसे मिनटों में सॉल्‍व कर देता था।’ उन्‍होंने कहा कि, ‘उनके बेटे का सपना वैज्ञानिक बनने का है।’

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