उत्तर भारत में तापमान गिरता ही जा रहा है. ठंड ने लोगों को अपने घरों में दुबकने के लिये मजबूर कर दिया है. मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ती जा रही है. मैदानी इलाके की ठंड का कारण है पहाड़ो में हो रही बर्फबारी और बर्फीली हवाएं.
उत्तराखंड में शीतलहर
उत्तराखंड में शीतलहर का प्रकोप जारी है. ठंड बढ़ती जा रही है और तापमान गिर रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तराखंड में अगले 3 से 4 दिनों तक ऐसे ही ठंड का प्रकोप रहने की संभावना है.
उत्तराखंड में येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने 20 से 22 दिसंबर तक राज्य के मैदानी क्षेत्रों में शीत लहर और कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है. राज्य के तमाम मैदानी क्षेत्र शीत लहर व कोहरे की चपेट में हैं वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में पाला समेत प्रचंड ठंड का सामना करना पड़ा है.
उत्तराखंड में सुबह और रात को घना कोहरा रहता है जिससे की लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ता है और विजिबिलिटी भी काफी कम हो जाती है. कोहरे और पाले से ठिठुरन बढ़ गई है. मौसम विभाग ने एक बार फिर से ठंड का प्रकोप बढ़ने का अलर्ट जारी किया है. साथ ही एडवाइजरी भी जारी की है.
मौसम विभाग के मुताबिक, 20 और 21 अक्टूबर को राज्य के मैदानी जनपदों विशेषकर हरिद्वार और उधमसिंह नगर में घना कोहरा और शीतलहर की संभावना है. इसलिये लोगों से घरों में ही रहने की अपील की गई है.
येलो अलर्ट कब जारी किया जाता है?
मौसम विभाग इस अलर्ट का इस्तमाल खतरे से सावधान रहेने के लिए करता है. इस प्रकार की चेतावनी में नुकसान नहीं होता है लेकिन फिर भी सावधानी बरतने की जरुरत होती है ताकि आने वाली मुसीबत से बच सके.
जब भी 7.5 मिमी. से 15 मिमी तक की बारिश होती है जो लगभग 1 से 2 घंटे तक लगातार बरसती है एसी स्थिति में येलो अलर्ट जारी किया जाता है. कभी-कभी बाढ़ आने का खतरा भी रहेता है इसी वजह से मौसम विभाग इस तरह के क्षेत्र पर नजर लगाए रखता है या फिर जब ठंड बढ़ने लगती है जब येलो अलर्ट जारी किया जाता है.