- संवाददाता || भारत खबर
जैसलमेर। कई बार आपने बेहद चौकाने वाली खबरें सुनी होंगी उन्हीं में से एक है जैसलमेर से आ रही यह विशेष खबर जिसे सुनकर आप चौक जायेंगे। दरअसल देश में कोरना संक्रमण काल के दौरान कई सारे बदलाव हुए हैं उन्हीं में से एक है पाकिस्तान से अपनी पत्नियों को वापस लगाने की पहल करने का अनुरोध।
दरअसल राजस्थान के केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को एक याचिका भेजकर पाकिस्तान से पत्नियों को वापस मंगाने की मांग की गई है। बाड़मेर और जैसलमेर के 3 युवाओं ने यह याचिका राजस्थान के केंद्रीय मंत्री को भेजी है।
जैसलमेर और बाड़मेर के इन तीनों युवाओं ने डेढ़ वर्ष पूर्व पाकिस्तान की यात्रा की थी, इनकी पत्नियों ने भारत आने का वीजा लगाया लेकिन वह कैंसिल हो गया इसके बाद यह तीनों युवा पत्नियों के बिना ही भारत आ गए। और अब राजस्थान के केंद्रीय मंत्री से अपनी पत्नी को वापस पाकिस्तान से मंगाने के लिए यह याचिका भेजी हैं।
कोरोना महामारी के काऱण भी रूकना पड़ा
18 महीने पहले जब ये तीनों युवक पाकिस्तान गए थे तब माहौल सामान्य था इसी बीच पत्नियों का वीजा रद्द होने से उन्हें आनन-फानन में वापस आना पड़ा। इसके बाद लॉकडाउन आ गया और उस पर भारत-पाकिस्तान के संबंधों में खटास आ जाने के कारण भारत-पाकिस्तान के सभी संपर्क मार्गों को बंद कर दिया गया है इस कारण वीजा के आवेदनों में देरी हो रही है। इसलिए इन्हें सरकार से गुहार लगानी पड़ रही है।
परिजनों ने बताया
इस मामले में परिजनों का कहना है कि नेपाल सिंह और विक्रम सिंह की आयु क्रमशः 26 और 24 वर्ष है इन दोनों भाइयों की शादी सिंध राज्य के तनेराव सिंह सोढा और रणजीत सिंह की बेटियों से हुई थी। वीजा रद्द होने के कारण उन्हें अकेले भारत लौटना पड़ा था और उसके बाद लगे लॉकडाउन में सब कुछ खराब कर दिया।उन्होंने बताया कि गोपाल सिंह ने कहा कि इससे पहले वे जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को भी इस संबंध में सूचना दे चुके हैं।