नई दिल्ली: भारत का लड़ाकू विमान राफेल आज भारतीय वायुसेना में शामिल हो गया हैं। गुरुवार को हरियाणा के अंबाला एयरबेस पर राफेल लड़ाकू विमान को वायुसेना के बेडे़ में शामिल कर लिया गया हैं। अब राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना की शान को बढ़ा रहा हैं।
बता दें कि भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमानों की डील की थी जिसके बाद इस साल जुलाई में 5 विमानों की पहली खेफ भारत आ गए थी, जिसके बाद अब इन विमानों भारतीय वायु सेना में शामिल कर लिया गया हैं।
भारत ने 23 सितंबर 2016 को फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी दसाल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदे थे जिसके लिए 59000 करोड रुपए का सौदा किया था।
बता दें कि ये विमान वायुसेना की 17वीं स्क्वॉड्रन में शामिल होंगे, जिन्हें ‘Golden Arrows’ कहा जाता हैं। राफेल विमान को वायु सेना में शामिल करने के लिए औपचारिक समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांसिसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली मौजूद रही।
बता दें कि फ्लोरेंस पार्ली खासकर राफेल के इंडक्शन के लिए भारत आई है। इस मौके पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और एयरफोर्स के प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया मौजूद रहे हैं। राफेल को बेड़े में शामिल करने से पहले राफेल की पारंपरिक ‘सर्वधर्म पूजा’ की गई।
राफेल को वॉटर कैनन से दी सलामी
इस दौरान राफेल को वॉटर कैनन से सलामी दी गई, जिसके बाद राफेल और तेजस विमानों ने हवाई उड़ान भरी।
राफेल विमान दुनिया का सबसे बड़ा लड़ाकू विमान माना जाता है। ये ताकतवर विमान अब भारत के पास भी मौजूद है। जिसने दुश्मन देशों को सकते में डाल दिया है।
चीन और पाकिस्तान भारत की इस ताकत से पूरी तरह अचंभित है। चीन और भारत के बीच चल रहे विवाद के चलते जरुरत पड़ने पर राफेल विमान को लद्दाख में तैनात भी किया जा सकता है। इस विमान में लगने वाली मिसाइल इस विमान को ताकतवर बनाती हैं।