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नई बहार लाया पारसियों का नया साल, धूम-धाम से होगा नवरोज

नवरोज

इस साल का पारसी न्यू ईयर आज मनाया जा रहा है। पारसी समुदाय के लोगों के लिए नवरोज का पावन पर्व बहुत ही खास होता है और वे इसे बहुत ही धूम-धाम से मनाते हैं। पारसियों का ये नया साल ‘नवरोज’ के नाम से भी जाना जाता है। ईरान के कुछ हिस्सों में रहने वाले पारसी लोग 31 मार्च को नवरोज मनाते हैं। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं, घरों को सजाते हैं और तरह-तरह के पकवान बनाते हैं। इस दिन आपस में खुशियां बांटते है।

मेल मिलाप का होता है नवरोज

पारसियों का यह त्यौहार लोगों को एक दूसरे के साथ वक्त बिताने का एक जरिया बनता है। नए साल वाले दिन लोग एक-दूसरे के घर जाते हैं और बधाई देते हैं। इस बार कोने के चलते जो लोग अपने करीबियों के घर नहीं जा पाएंगे, वे सोशल मीडिया के जरिये बधाई दे सकते हैं। इसलिए हम आपको कुछ मैसेज और कोट्स बता रहे हैं. इन्हें आप अपने दोस्तों को भेज पारसी न्यू ईयर की बधाई दे सकते हैं।

खुशियों लाता है नवरोज

इस दिन चारों तरफ हों खुशियां ही खुशियां होती है। एक दूसरे को मीठी पुरनपोली और गुजिया खिलाई जाती है। यह दिन एक साथ मिलकर जश्न करने के लिए होता है। घरों पर सजावट की जाती है। सुंदर रंगोली की भी बनाई जाती है जिससे सजावट को और बेहतर बनाया जा सके। आसमान में हर तरफ खुशियों की बारात सी होती है क्योकि इस दिन सभी घरों को लाइटों से सजाया जाता है।

प्राकृतिक बदलाव लाता है नवरोज

पारसी धर्म में यह त्‍योहार प्राकृतिक बदलाव से आता है। माना जाता है कि जब नए पत्ते आते है। वृक्ष खुशी से झूम जाते हैं, सुहाना मौसम होता है इसी नए मौसम के आगाज के साथ नए साल की शुरुआत होती है। कहा जाता है ऋतु से बदलता है पारसी साल, मौसम में बहार के साथ नए वर्ष की शुरुआत मानी जाती है। नए साल पर प्रकृति में हर तरफ बदलाव देखा जाता है। इस तरह से नवरोज का त्‍योहार होता है। नए साल पर नए चीज़ों की शुरुआत होती है। इसी शुभ माना जाता है।

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