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अनलॉक-1 के बाद भी जाने क्यों सील हुआ दिल्ली-नोएडा बॉर्डर

delhi noida border अनलॉक-1 के बाद भी जाने क्यों सील हुआ दिल्ली-नोएडा बॉर्डर

कोरोना लॉकडाउन 4.0 अब खत्म हो चुका है। केंद्र सरकार ने राज्य की सीमाओं को खोलने का आदेश भी दिया है।

नई दिल्ली। कोरोना लॉकडाउन 4.0 अब खत्म हो चुका है। केंद्र सरकार ने राज्य की सीमाओं को खोलने का आदेश भी दिया है। लेकिन उत्तर प्रदेश प्रशासन ने फिलहाल गाजियाबाद और नोएडा की सीमाओं को फिलहाल सील ही रखने का फैसला किया है। इसकी वजह से अनलॉक 1.0 (unlock 1.0) के पहले ही दिन डीएनडी के नोएडा जाने वाले रास्ते पर सोमवार को जाम लग गया।

यह जाम इसी कंफ्यूजन की वजह से लगा कि लोगों ने सोचा कि लॉकडाउन अब 31 मई को खत्म हो चुका है। ऐसे में वे नोएडा या उससे आगे जा सकते हैं। लेकिन नोएडा प्रशासन ने अभी सीमाओं को नहीं खोला है।

नोएडा बॉर्डर अभी सील

लॉकडाउन-4 खत्म होने के बाद आज से अनलॉक-1 शुरू हो रहा है लेकिन दिल्ली बॉर्डर अभी लॉक ही रहेगा। जिला प्रशासन की गाइडलाइंस के अनुसार दिल्ली बॉर्डर पर पब्लिक के आने जाने में कोई रियायत नहीं दी गई है। यहां पहले की तरह ही यथास्थिति बनी रहेगी। केवल ई-पास वाले लोग ही आ जा कर सकेंगे। जिला प्रशासन का तर्क है कि नोएडा में कोरोना के 42 प्रतिशत मामले दिल्ली की वजह से बढ़े हैं इसलिए बॉर्डर को अभी पहले की तरह ही बंद रखा जाएगा।

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बता दें कि शासन ने अपनी गाइडलाइंस में कहा है कि दिल्ली के कंटेनमेंट जोन से लोगों का आना जाना नोएडा-गाजियाबाद के लिए प्रतिबंधित रहेगा लेकिन अन्य यातायात के लिए बॉर्डर पर प्रतिबंध लगाने या खोलने का फैसला जिला प्रशासन अपनी जरूरत के अनुसार ले सकता है। वहीं जिला प्रशासन ने भी देर शाम स्पष्ट कर दिया कि अभी बॉर्डर अनलॉक नहीं होंगे।

सभी सरकारी दफ्तरों में अब फुल स्टाफ काम कर सकेगा। इसके लिए शासन ने तीन पालियों में कुछ घंटों का अंतर रखते हुए काम करने की अनुमति दी है। नोएडा के सरकारी दफ्तरों में तमाम स्टाफ दिल्ली से आता है और दिल्ली के सरकारी दफ्तरों में नोएडा से जाता है। इसके चलते आज सुबह ऑफिस टाइम पर पहले से ज्यादा भी देखने को मिल सकती है।

लॉकडाउन-4 के तहत जिला प्रशासन ने दिल्ली बॉर्डर को खोलने या न खोलने के लिए पूरा वक्त यह कह कर निकाल दिया कि इस मुद्दे पर शासन से गाइडलाइन मांगी गई हैं। वहीं अब शासन ने इस मुद्दे पर फैसला लेने का अधिकार जिला प्रशासन को दे दिया है। रोजाना हजारों लोग सुबह शाम दिल्ली बॉर्डर पर परेशान हो रहे हैं। बावजूद इसके जिला प्रशासन ने इस मामले में कोई रियायत नहीं दी है।

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