मंगल ग्रह लंबे समय से इंसानो के लिए एक रहस्य बना हुआ है। जिसे जानने के लिे वैज्ञानिक दिन-रात काम कर रहे हैं।
इन्हीं की मेहनत का नतीजा है की मंगल ग्रह से जुड़ी हुई कई सारी रहस्यमय जानकारियां सामने आयी हैं।
नासा ने कुछ समय पहले मंगल ग्रह पर आपना यान भेजा है। जो लगातार मंगल ग्रह से जुड़ी हुई जानकारी सामने ला रहा है।
इनसाइट का उद्देश्य मंगल की ज़मीन के भीतर छिपे राज़ की पड़ताल कर अधिक जानकारी जुटाना है। चलिए आपको दिखाते हैं मंगल यान से जुड़ी हुई रौचक जानाकारी।
हमारे सौर मंडल में ग्रहों की बात करें तो मंगल सूरज से 14.2 करोड़ मील की दूरी पर है।
सौर मंडल में धरती तीसरे नंबर पर है जिसके बाद चौथे नंबर पर मंगल है। धरती सूरज से 9.3 करोड़ मील की दूरी पर है।
धरती की तुलना में मंगल ग्रह लगभग इसका आधा है। जहां धरती का व्यास 7,926 मील है, मंगल का व्यास 4,220 मील है। मंगल धरती के दसवें हिस्से के बराबर है।
मंगल सूरज का पूरा चक्कर 687 दिनों में लगाता है। इस आधार पर धरती की तुलना में मंगल सूरज का चक्कर लगाने में दोगुना वक़्त लेता है और यहां एक साल 687 दिनों का होता है।
मंगल पर एक दिन 24 घंटे 37 मिनट का होता है। कँपकँपा देने वाली ठंड, धूल भरी आँधी का ग़ुबार और फिर बवंडर-पृथ्वी के मुक़ाबले ये सब मंगल पर कहीं ज़्यादा है।माना जाता है कि जीवन के लिए मंगल की भौगोलिक स्थिति काफ़ी अच्छी है।
धरती की तरह मंगल में भी साल में चार मौसम आते हैं- पतझड़, ग्रीष्म, शरद और शीत धरती की तुलना में मंगल में हर मौसम लगभग दोगुना वक्त तक रहता है।
मंगल के पास दो चांद हैं- फ़ोबोस जिसका व्यास 13.8 मील है और डेमियोस जिसका व्यास 7.8 मील है।
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नासा की जानकारी के अनुसार मंगल गृह पृथ्वी से बहुत अलग है। इसलिए लगातार वैज्ञानिकों के द्वारा मंगल गृह पर जीवन की खोज की जा रही है।