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क्या धरती को कोरोना से बचाने के लिए आया मंगल ग्रह से लड़क?, रूस में जन्में लड़के के दावों से हिले वैज्ञानिक..

boriska 2 क्या धरती को कोरोना से बचाने के लिए आया मंगल ग्रह से लड़क?, रूस में जन्में लड़के के दावों से हिले वैज्ञानिक..

कोरोना नाम की महामारी ने जिस तरह से लोगों की जिंदगी को रोक के रख दिया है। उसे देखकर काफी लोगों को लग रहा है कि, शायद जो इंसानों से साथ इस धरती पर हो रहा है। वो दुनिया के खत्म होने के कुछ लक्षण हैं।

boriska 1 क्या धरती को कोरोना से बचाने के लिए आया मंगल ग्रह से लड़क?, रूस में जन्में लड़के के दावों से हिले वैज्ञानिक..
ऐसे लोगों के हर सवाल का जवाब देने के लिए आज हम आपको एक ऐसा सबूत दिखाने जा रहे हैं। जिसे जानकर आपके दिमाग में चल रहे हर सवाल का जवाब मिल जाएगा।

और ये जवाब देगा पीके अगर आपको लग रहा है कि, ये पीएम आमिर खान की फिल्म वाला है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है।

हम आपको धरती पर आये असली पीके से मिलवाने जा रहे हैं।रूस के एक 20 वर्षीय युवक बोरिस्का किप्रियानोविच का दावा है कि वह मंगल ग्रह से धरती पर इसे बचाने के लिए आया है।

उसने कभी सौर मंडल के बारे में किसी से कोई ज्ञान हासिल नहीं किया है, लेकिन इसके बावजूद उसने जो जानकारियां बताई हैं, उसे सुनकर वैज्ञानिक भी दंग हैं।

इसने अपनी बातों से न केवल पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है बल्कि साइंटिस्ट तक उसकी बातें सुनकर अचंभित हैं। उनका कहना है कि आखिर एक 20 साल के लड़के को इतने गहरे राज कहां से पता चले।

फिलहाल, ये लड़का पूरी दुनिया के सामने एक पहेली बन गया है।  यह लड़का रूस में है, जिसका नाम ‘बोरिस्का किपरियानोविच’ बताया जा रहा है।

इसका दावा है कि वह पहले मंगल ग्रह में रहता था और वह जानता है कि इजिप्ट में बना Sphinx of Giza खुलते ही दुनिया को बदलकर रख देगा। उसकी इस बात को साइंटिस्टों ने बहुत सीरियस लिया है।

बोरिस्का ने कहा, मैं इजिप्ट के पिरामिडों के बीच बने विशालकाय स्टेच्यु स्फिंक्स को खोलने का राज भी जानता हूं। यह उसके कान के पीछे कहीं मौजूद है और उसके खुलते ही दुनिया पूरी तरह बदल जाएगी।

बोरिस्का ने जोर देकर कहा का गीजा के पिरामिड में काफी कुछ खोजा जाना बाकी है।
उसने कहा कि इनमें कई बड़े रहस्य छिपे हुए हैं। उसने कहा कि गीजा के महान स्फिंक्स में मानव जीवन के बारे में बड़ा रहस्य छिपा हुआ है।

मगर, वह क्या है यह मुझे याद नहीं है। जब स्फिंक्स को खोला जाएगा, तो मानव जीवन बदल जाएगा।

बताते चलें कि ग्रीक सभ्यता में स्फिंक्स एक ऐसी बड़ी पत्थर की आकृति है, जिसका सिर इंसानों के जैसा है और धड़ शेर का है। कई बार इसके धड़ में पंक्षियों के पंख भी लगे हुए देखने को मिलते हैं।

मंगल ग्रह पर रहते हैं लोग
बोरिस्का ने ये भी दावा किया कि मंगल ग्रह में लोग रहते हैं। उन्होंने कहा, इस ग्रह के लोग करीब 7 फीट लंबे हैं और वे जमीन के नीचे रहते हैं। वे कार्बन डाइऑक्साइड से जिंदा रहते हैं, वे कभी मरते नहीं हैं क्योंकि उनकी उम्र 35 साल के बाद रूक जाती है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बोरिसका जब पैदा हुआ तो जन्म के कुछ महीने बाद ही बोलने लगा था, दो साल की उम्र में उसने लिखना शुरू कर दिया था।

जब वो स्कूल में था तब भी उसने यह दावा किया था कि मंगल ग्रह का इजिप्ट के पिरामिडों से संबंध है और आने वाले भविष्य में ये सबके सामने आ जाएगा।

रूस के वोल्गोग्राड शहर में रहने वाले बोरिस्का का दावा है कि हजारों साल पहले हुए परमाणु युद्ध के बाद मंगल में जीवन खत्म हो गया है।

मगर, अभी भी वहां कुछ लोग जिंदा बचे हैं, जो जमीन के अंदर रह रहे हैं। उसका कहना है कि धरती को बचाने के लिए उसे भेजा गया है।

धरती भी उसी तरह के न्यूक्लियर डिजास्टर की तरफ आगे बढ़ रही है।
आपको बता दें इस रहस्यम बोरिस्का नाम के लड़के ने 2017 में दुनिया के सामने आकर कई सारे रहस्यों से पर्दा हटाया था।

लेकिन अब इस लड़के के दावों पर चर्चा हो रही है क्योंकि इस लड़के ने बड़े ही दावे से कहा था कि, दुनिया बदलने वाली है।

हालिकि इस बोरिस्का के दावे सच कब साबित होंगे किसी को नहीं पता लेकिन उसके द्वारा बताई गई बातें बेहद चौंकाने वाली है।

जिसे सुनकर तो ये ही लगता है कि, मंगल ग्रह पर होने वाले दावों में कुछ तो सच्चाई है। भारत खबर बोरिस्का के बताए गये किसी भी दावे की पुष्टि नहीं करता और न ही हमारा उद्देश्य आपोक भ्रमित करना है।

हम सिर्फ आपके सामने बदलती हुई परिस्थतियों को देखते हुए बोरिस्का के द्वारा बताई गई उस जानकारी को सामने रख रहे हैं। जिन्होंने वैज्ञानिकों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है।

 

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