देश भारत खबर विशेष यूपी

वाराणसी को पांच साल मिला सिर्फ टूटो-फूटो, मोदी जी बनाना चाह रहे थे क्योटो

akhilesh new वाराणसी को पांच साल मिला सिर्फ टूटो-फूटो, मोदी जी बनाना चाह रहे थे क्योटो

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने ट्वीट कर वाराणसी में चल रहे कार्यों पर तंज कसा। अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा, ”‘विकास’ पूछ रहा है- सुनी क्या तुमने बनारस की कहानी, एक बनारसी की ज़ुबानी।‘किसी ने कहा था बनाएंगे क्योटो, पर पांच साल में मिला टूटो-फूटो।’
एक और ट्वीट में अखिलेश ने लिखा, बीजेपी उत्तर प्रदेश हार चुकी है इसलिए ये लोग बंगाल भागकर आखिरी प्रयास कर रहे हैं। मैं बंगाल के लोगों से अपील कर रहा हूं कि आप लोग ममता जी का समर्थन करें। ताकि 23 मई को जब परिणाम आयें तो बीजेपी को छुपने के लिए कहीं जगह न मिले।
कुछ दिन पहले अखिलेश ने एक और फोटो ट्वीट की थी जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा था कि ‘जब उन्होंने हमारे जाने के बाद मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से धोया था तब हमने भी तय कर लिया था कि हम उनको पूड़ी खिलाएंगे!’ इस तस्वीर में अखिलेश योगी आदित्यनाथ जैसे दिखने वाले एक शख्स के साथ खाना खाते नजर आ रहे हैं। योगी जैसे दिखने वाले इस शख्स का नाम सुरेश ठाकुर है जो पिछले कुछ दिनों से अखिलेश के साथ मंच पर , जनसभाओं में दिखाई दे रहे हैं। मंच पर भगवा कपड़े पहने इस शख्स को देख कर जनता भी कन्फ्यूज हो जाती है।
ऐसा नहीं है कि अखिलेश ने पहली बार इस शख्स के साथ फोटो ट्वीट की है। अखिलेश अपने हर रैली में सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ को निशाने पर ले रहे हैं और जनता से ‘ठोकीदार’ को हटाने की अपील कर रहे हैं।

बता दें कि अखिलेश लगातार बीजेपी पर हमलावर रहे हैं। अखिलेश यादव ने हाल ही में कहा था कि बीजेपी के लोगों ने जनता को धोखा दिया है और उसकी नींव झूठ और नफरत पर टिकी है। अखिलेश ने एक चुनावी सभा में कहा, ‘बीजेपी ने वादा किया था कि एक करोड़ लोगों को नौकरी दी जाएगी लेकिन वर्तमान सरकार ने जो फैसले लिए हैं, आज रोजगार किसी के भी हाथ में नहीं है।’

Related posts

राजस्थान: पूर्व मंत्री शैलेन्द्र जोशी की कांग्रेस में वापसी, सचिन पायलट ने ग्रहण कराई सदस्यता

mohini kushwaha

एक दिन की छुट्टी के बाद खुला बैंक, कैश की किल्लत से परेशान है लोग

shipra saxena

9 मार्च से शुरु होगा संसद सत्र, विपक्ष उठा सकता है रामजस मुद्दा

shipra saxena