नई दिल्ली। पुलवामा हमले के बाद से भारत का रुख पाकिस्तान को लेकर बेहद सख्त है। इस बीच सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर है कि भारत ने पाकिस्तान दिवस के मौके पर होनेवाले कार्यक्रम में अपने प्रतिनिधियों को नहीं भेजने का फैसला किया है। पाकिस्तान हाई कमिशन की ओर से दिल्ली में आयोजित होनेवाले समारोह में भारतीय प्रतिनिधि मौजूद नहीं रहेंगे।
बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने बालाकोट आतंकी कैंपों पर एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान को आतंक के खिलाफ सख्त संदेश दिया था। वैश्विक मंचों पर भी भारत लगातार आतंकवाद को संरक्षण देने के लिए पाकिस्तान को घेर रहा है। इसी क्रम में पाकिस्तान डे पर आयोजित कार्यक्रम में भारतीय प्रतिनिधि शामिल नहीं होंगे।
पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) को बैन कर दिए जाने के बाद मुंबई अटैक के सरगना हाफिज सईद को छोड़कर इन दोनों संगठनों के लगभग सभी आतंकी अंडरग्राउंड हो गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार ने हाफिज के जेयूडी और इसकी इकाई एफआईएफ को प्रतिबंधित सूची में डाल दिया है और इसके 100 से अधिक सदस्यों को गिरफ्तार किया है।