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महिलाओं के प्रति त्रिपुरा में कम हो रहा अपराध, नई रिपोर्ट जारी

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एजेंसी, अगरतला। त्रिपुरा में भाजपा-आईपीएफटी की गठबंधन सरकार की महिलाओं के प्रति अपराधों और नशे के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति के कारण महिलाओं के प्रति अपराधों में पिछले एक साल में लगभग नौ फीसदी कमी दर्ज की गई है। गठबंधन सरकार का एक साल पूरा होने पर मुख्यमंत्री विप्लब कुमार देव ने शनिवार को यहां कहा, “नशा तथा महिलाओं के प्रति अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने से एक साल में महिलाओं के प्रति अपराधों में लगभग नौ फीसदी की कमी दर्ज की गई है।”

उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ सरकार मिजोरम सरकार के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा, “कई प्रकार के नशे, विशेषकर याबा टैबलेट्स की म्यांमार से यहां से तस्करी कर मिजोरम के रास्ते विभिन्न राज्यों में भेजी जा रही है।” देव ने कहा कि सुरक्षा बलों ने पिछले एक साल में राज्य भर में छापेमारी कर 77 टन गांजा, बड़ी मात्रा में कफ सीरप, हेरोइन और लाखों याबा टैबलेट्स को या तो जब्त किया है या नष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने राज्य में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सबस्टेंसेस एक्ट के तहत 729 मामले दर्ज किए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराध और हिंसा में काफी हद तक कमी आई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-इंडीजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) गठबंधन सरकार के प्रदर्शन पर बात करते हुए देव ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 1,800 करोड़ रुपये की विशेष आर्थिक मदद मिलने पर राज्य सरकार के कर्मियों का वेतन सातवें वेतन आयोग के तहत बढ़ा दिया गया है।

उन्होंने कहा, “मेरी सरकार ने 4,500 युवाओं को रोजगार दिया है।” अन्य योजनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि पांच हजार परिवारों की महिलाओं को दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 10,000 (दो गायें प्रति परिवार) दी गईं हैं और सड़क के किनारे रहने वाले परिवारों को सड़क के किनारे पौधरोपण करने के लिए प्रति माह 200 रुपये दिए जाएंगे।

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