नई दिल्ली: कांग्रेस में अब मुख्यमंत्री चुनने को लेकर घमासान मचा है। मध्यप्रदेश व राजस्थान में सीएम की कुर्सी को लेकर तकरार सामने आ गई है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम का फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया है।
पायलट औऱ गहलोत दिल्ली पहुंचे
सचिन पायलट औऱ अशोक गहलोत दिल्ली पहुंच गए हैं। अशोक गहलोत ने कहा, ‘पर्यवेक्षकों ने शांतिपूर्ण तरीके से सभी की राय ले ली है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को (राजस्थान के सीएम उम्मीदवार पर) निर्णय लेना है। पर्यवेक्षक दिल्ली पहुंच चुके हैं। आज बातचीत होगी और निर्णय लिया जाएगा।’
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अशोक गहलोत और सचिन पायलट दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मुलाकात करेंगे। बैठक में सचिन पायलट व अशोक गहलोत के प्रशंसकों ने अपने नेता को सीएम बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी की। वहीं छत्तीसगढ़ में केंद्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में पार्टी विधायकों ने सीएम के नाम पर फैसला लेने के लिए केंद्रीय नेतृत्व को अधिकृत किया है। यहां पर चार नेता सीएम पद की रेस में हैं।
राजस्थान में अशोक गहलोत ने सचिन पायलट व अन्य नेताओं के साथ राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया था। इससे पहले केंद्रीय पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में विधायक दल की बैठक में सीएम पर फैसले का अधिकार आलाकमान को सौंपा।
कहा जा रहा है कि सीएम की दौड़ में शामिल ज्योतिरादित्य सिंधिया को मना लिया गया है। एंटनी के सामने दोनों के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। कमलनाथ ने देर शाम पार्टी नेताओं के साथ 121 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल आनंदीबेन को सौंपकर सरकार बनाने का दावा किया। राज्यपाल से मिलकर पार्टी नेताओं ने कहा कि 15 दिसंबर से खरमास शुरू हो जाएगा इसलिए उससे पहले ही सरकार बनाने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।