featured देश राज्य

केंद्र सरकार की अंत्योदय योजना के तहत कुलगौड़ को मिला देश के सबसे विकसित गांव का खिताब

नई दिल्ली:केंद्र सरकार की अंत्योदय योजना के तहत देश के सबसे विकसित गांव का खिताब कुलगौड़ को मिला है। विलेज रैंकिंग में 100 में से 94 अंक पाने वाला ये गांव कर्नाटक के बेलगाम जिले में स्थित है। गांव में रहने वाले सुभाष बेनाकप्पा वंतागोडी मूल रूप से किसान हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी मन की बात में गांव का नाम भी बोलेंगे, किसे पता कि गांव के दौरे पर भी आएं।

 

antodya केंद्र सरकार की अंत्योदय योजना के तहत कुलगौड़ को मिला देश के सबसे विकसित गांव का खिताबकेंद्र सरकार की अंत्योदय योजना के तहत कुलगौड़ को मिला देश के सबसे विकसित गांव का खिताब

 

ये भी पढें:

 

उत्तराखंडःभाजपा के बागी नेता बनेंगे निकाय चुनाव में विभीषण
उत्तराखंडः 18 नवंबर को होगा निकाय चुनाव का मतदान,आचार संहिता लागू

 

गांव के बाकी लोगों की ही तरह वंतागोडी को भी उम्मीद नहीं थी कि कुलगौड़ को नेशनल अवॉर्ड मिलेगा। उनका कहना है कि उनको लगता था कि उन्हें सीएम की ओर से गांधी ग्राम अवॉर्ड मिलेगा। लेकिन उन्हें इस बात की कोई उम्मीद नहीं थी कि प्रधानमंत्री उन्हें दिल्ली में अवॉर्ड देंगे।

 

घटप्रभा नदी के तट पर स्थित ये गांव साफ सुथरा और हरा भरा है। इसे बुनियादी ढांचा, वित्तीय समावेश, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य और शिक्षा समेत 47 पैरामीटर में उच्च स्कोर मिला है। इसके अलावा गांव में बेहद समृद्धि भी है। यहां अच्छी तरह से सुसज्जित ग्राम पंचायत का ऑफिस, दो नेशनल बैंक की ब्रांच, एक कोऑपरेशन बैंक, बीएसएनएल सेंटर, सरकारी प्राइमरी स्कूल, तीन प्राइवेट स्कूल, इलेक्ट्रिसिटी कस्टमर केयर सेंटर, पशु चिकित्सा अस्पताल और एटीएम भी है। 7 हजार लोगों की जनसंख्या वाले इस गांव में 5200 मतदाता हैं।

 

यहां का मुख्य व्यवसाय खेती है। 10वीं से आगे की पढ़ाई के लिए जो बच्चे दूर जाते हैं उनके लिए बस सर्विस भी है। वहीं गांव के पंचायत कार्यकारी अधिकारी का कहना है कि गांव वालों ने स्वच्छता अभियान को भी गंभीरता से लिया। लोग एक पीयूसी कॉलेज की भी मांग कर रहे हैं जो इन्हें अभी तक नहीं मिला है।

 

ये भी पढें:

 

उत्तर प्रदेशःअवैध सम्बन्ध के शक में महिला को जिंदा जलाकर कर दी हत्या
उत्तराखंडःनिकाय चुनाव की रणभेरी की आहट आते ही कांग्रेस ने सरकार पर बोला हमला

Related posts

68 साल पहले भारत ने अपनाया था ‘जन गण मन’

shipra saxena

करवा चौथ में महिलाएं छलनी से क्यों देखतीं हैं चांद और पति का चेहरा,जानें क्या है इसका महत्व..

mahesh yadav

पाकिस्तान से दुल्हन वापस दिलाने को मंत्री से लगाई गुहार

Trinath Mishra