नई दिल्ली : बीती रात भारतीय क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए एशिया कप 2018 के फाइनल में बांग्लादेश को 3 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया. एशिया कप के इतिहास में ये भारत की 7वीं खिताबी जीत है. लास्ट ओवर थ्रिलर में टीम इंडिया ने दबाव की स्थिती से उभरते हुए विरोधी टीम को धूल चटा दी.
मध्यक्रम ने की शानदार बल्लेबाजी
इस जीत के बाद भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा बेहद खुश हैं और उन्होंने इस जीत का पूरा श्रेय बाकी दस खिलाड़ियों को दिया. साथ ही रोहित ने जिस एक बात की ओर पुष्टी कर दी वो है नियमित रूप से टीम की कप्तानी करने के लिए तैयार है. रोहित ने कहा कि बीच के ओवर्स में जिस तरह मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने दबाव झेला और उभरकर सामने आए वह काबिल-ए-तारीफ है।
भारत की तरफ से रोहित ने बनाए सर्वाधिक 48 रन
साथ ही रोहित ने कहा कि एक वक्त टीम आसानी से लक्ष्य की ओर बढ़ते नजर आ रही थी तभी जिस तरह लड़खड़ाई और मैच फंसते नजर आ रहा था। वहां हमारे बल्लेबाजों ने संयम बरतते हुए मैच और सीरीज दोनों अपने नाम की। टीम इंडिया की ओर से फाइनल में सर्वाधिक 48 रन बनाने वाले रोहित एशिया कप में शत प्रतिशत जीत देने वाले एकमात्र कप्तान रहे।
जानिए भारत ने कब-कब जीता एशिया का खिताब, यह टीम कभी नहीं जीत सकी खिताब
हालांकि अफगानिस्तान के खिलाफ मैच जरूर टाई में छूटा था, लेकिन उस मैच में रोहित की गैरमौजूदगी में टीम की कमान एमएस धोनी के पास थी। रोहित शर्मा ने मैच के बाद कहा, ‘हमने यहां अच्छा खेल दिखाया है. मैं लंबे वक्त तक कप्तानी करने के लिए तैयार.’ विराट कोहली की गैर-हाज़िरी में रोहित को एशिया कप में वनडे टीम की कमाल सौंपी गई थी.
बांग्लादेश को हराकर 7वीं बार भारत बना एशिया का चैंपियन
इसके साथ ही रोहित ने टीम की तारीफ करते हुए कहा, हमने पूरे टूर्नामेंट में बहुत अच्छा क्रिकेट खेला जिसका ईनाम हमें मिला. इस तरह मैच खेले जाते हैं और मैं पहले भी ऐसे मैचों का हिस्सा रहा हूं. लेकिन सारा श्रेय लड़कों को जाता है जिन्होंने आखिर तक दबाव को झेला और फिर अंत में मैच फिनिश करना एक शानदार प्रयास रहा.’