लंदन : इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक रविवार को यहां अपनी दूसरी पारी में दो विकेट पर 114 रन बनाये। भारत ने इससे पहले इंग्लैंड के 332 रन के जवाब में अपनी पहली पारी में 292 रन बनाये थे। इस तरह से इंग्लैंड की कुल बढ़त अब 154 रन की हो गयी है। दिन का खेल समाप्त होने के समय एलिस्टेयर कुक 46 और कप्तान जो रूट 29 रन पर खेल रहे थे।
खराब शुरुआत रही
इंग्लैंड की दूसरी पारी की शुरूआत खराब रही और कीटन जेङ्क्षनग्स 10 रन पर शमी तथा मोइन अली 20 रन बनाकर जडेजा की गेंदों पर बोल्ड हो गये। लेकिन फिर कुक ने अपनी 291वीं और करियर की अंतिम पारी को संयम से खेलते हुये रन बटोरे और कप्तान रूट के साथ तीसरे विकेट के लिये 52 रन की अविजित साझेदारी कर ली और दिन की समाप्ति तक अन्य कोई विकेट नुकसान नहीं होने दिया।
हनुमा और जडेजा ने 77 रन की अहम साझेदारी की
इससे पहले आज सुबह भारत ने कल के 174 रन पर छह विकेट के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया। क्रीज पर मौजूद हनुमा और जडेजा ने 77 रन की अहम साझेदारी की और भारत को कुछ हद तक संभाला। दोनों ही बल्लेबाजों ने सुबह संयम के साथ अपनी पारियों को आगे बढ़ाया और लंच तक 79 ओवर में सात विकेट खोकर 240 रन बना लिये। हालांकि लंच से पूर्व हनुमा मोइन अली की गेंद पर जॉनी बेयरस्टो को कैच थमा बैठे और मेहमान टीम ने सातवां अहम विकेट गंवा दिया तथा इस साझेदारी पर भी ब्रेक लग गया।
हनुमा ने 56 रन की अर्धशतकीय पारी खेली
राष्ट्रीय टीम की ओर से पहला मैच खेल रहे हनुमा ने 124 गेंदों में सात चौके और एक छक्का लगाकर 56 रन की अर्धशतकीय पारी खेली और पदार्पण मैच को यादगार बना दिया। इस सीरीका का पहला मैच खेल रहे ऑलराउंडर जडेजा ने टीम के स्कोर को ऊपर ले जाने की पूरी कोशिश की लेकिन निचले क्रम का कोई भी बल्लेबाज ज्यादा देर तक उनका साथ नहीं दे सका।
11वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए बुमराह ने कुछ देर तक जडेजा का साथ दिया। जडेजा और बुमराह ने अंतिम विकेट के लिए 32 रनों की साझेदारी की। भारत का अंतिम विकेट बुमराह(0) के रूप में गिरा। बुमराह रन आउट हुए। जडेजा ने 156 गेंदों का सामना करते हुए 86 रनों की अपनी शानदार पारी में 11 चौके और एक छक्का भी लगाया।