प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पारंपरिक औषधिक व्यवस्था एवं होम्योपैथी के क्षेत्र में सहयोग पर भारत और क्यूबा के बीच समझौता ज्ञापन (MOU) के लिए अपनी पूर्वव्यापी मंजूरी दी है।गौरतलब है कि इस समझौता ज्ञापन पर 22.06.2018 को हस्ताक्षर किए गए थे।
बता दें कि यह एमओयू दोनों देशों (भारत और क्यूबा) में पारंपरिक औषधि व्यवस्था एवं होम्योपैथी के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को बेहतर करेगा। दोनों देशों की साझा सांस्कृतिक विरासत के मद्देनजर यह एमओयू काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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भारत में पारंपरिक औषधि व्यवस्था आयुर्वेद, योगएवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध एवं होम्योपैथी के तहत काफी संगठितएवंसंहिताबद्ध है। वैश्विक स्वास्थ्य परिदृश्य में इन चिकित्सा व्यवस्था में आपार संभावनाएं मौजूद हैं। आयुष मंत्रालय ने पारंपरिक औषधि के क्षेत्र में सहयोग के लिए 10 देशों के साथ एमओयू के जरिये इन पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को बढ़ावा देने और वैश्विक बनाने की पहल की है।
ज्ञापन से दोनों पक्षों के बीच नियामक पहलुओं की समझदारी बढ़ेगी
मालूम हो कि समझौता ज्ञापन से दोनों पक्षों के बीच नियामक पहलुओं की समझदारी बढ़ेगी।और भारत के चिकित्सा उत्पादों का निर्यात इंडोनेशिया में बढ़ाने में मदद मिलेगी और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर तालमेल बेहतर होगा।