राज्यसभा के उपसभापति पी जे कुरियन का कार्यकाल अब समाप्त हो चुका है। बीजेपी अब पूरी कोशिश कर रही है कि वह किसी ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारे जिसका समर्थन सब लोग करें और बीजेपी की तरफ से उप सभापति चुना जाए। आपको बता दें कि बीजेपी से टीडीपी अलग हो चुका है, जिसके चलते बीजेपी थोड़ी परेशान है, और यह चाहती है कि एक ऐसा उम्मीदवार उतारा जाए जिसका समर्थन टीडीपी और अकाली दल करें ताकि बीजेपी के तरफ से उपसभापति चुना जाए।
245 सदस्यीय राज्यसभा में अपना उपसभापति बनाने के लिए 122 सदस्यों का समर्थन प्राप्त होना चाहिए। 69 सदस्यों के साथ भाजपा सबसे बड़ा दल है। एनडीए का 108 सदस्यों के समर्थन का दावा है। जिसमें बीजेपी के 69, एआईएडीएमके के 13, जद(यू) के 6, शिवसेना और अकाली दल के 3-3 सदस्यों के अलावा 6 निर्दलीय और तीन मनोनीत सदस्य शामिल हैं।
वहीं विपक्ष के खेमे में कांग्रेस के 50, टीएमसी और सपा के 13-13, टीडीपी के 6, आरजेडी के 5 और बसपा, एनसीपी व डीएमके के 4-4 सदस्य शामिल हैं. कुछ दल ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने पत्ते नहीं खोले हैं इनमें बीजेडी, वाईएसआर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी शामिल हैं जिन्हें अपने पक्ष में लाने के लिए विपक्ष को ऐसे उम्मीदवार का चयन करना होगा जिसके जरिए सभी गैर एनडीए दलों को एकमत किया जा सके।