टीम इंडिया ने आयरलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज़ को 2-0 से जीत कर सीरीज पर कब्जा कर लिया है। मालूम हो कि भारत ने दूसरा मैच 143 रन के बड़े अंतर बड़ी सफलता अर्जित की है। आपको बता दें कि ये भारत की टी-20 क्रिकेट में सबसे बड़ी है। लेकिन इस जीत के बाद टीम इंडिया के एक खिलाड़ी के साथ जिस तरह का अमानवीय व्यवहार देखने को मिला उसने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
युजवेंद्र चहल को सीरीज में बेहतर प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज़ का खिताब मिला
आपको बता दें कि युजवेंद्र चहल को सीरीज में बेहतर प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज़ का खिताब मिला। लेकिन इस अवॉर्ड का असल में दावेदार कोई दूसरा खिलाड़ी है।जी हां यह सत्य है अगर आप प्लेयर के प्रदर्शन को ध्यान में रखकर सोचते हैं तो यह बहुत बड़ी ज्यादती है। जरा सोचिए जिसने अच्छा प्रदर्शन किया और खिताब का दावेदार होने के बावजूद उसे खिताब न मिले तो उस खिलाड़ी पर क्या गुजरेगी।
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आयरलैंड के खिलाफ खेली गई सीरीज मेंदौनों मैचों में युजवेंद्र चहल ने छह विकेट चटकाए थे
आपको बताते हैं कि आयरलैंड के खिलाफ खेली गई सीरीज मेंदौनों मैचों में युजवेंद्र चहल ने छह विकेट चटकाए थे। चेहल ने दो मुकाबलों में 8 ओवर फेंके 59 रन खर्च किए। जिसका इकॉनमी रेट 7.37 का था।अलग-अलग ही मैचों में तीन-तीन विकेट चटकाए।
स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने 2 मैचों सीरीज में कुल 7 विकेट लिए जिसमे चेहल से एक ज्यादा
मैन ऑफ द मैच का वास्तिवक दावेदार स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने 2 मैचों सीरीज में कुल 7 विकेट लिए जिसमे चेहल से एक ज्यादा। अगर इकॉनमी रेट की बात की जाए तो 5.69 रहा। कुलदीप ने पहले मैच में चार दूसरे टी-20 में तीन विकेट लिए।कुलदीप ने सीरीज़ में 6.3 ओवर गेंदबाज़ी करते हुए सिर्फ 37 रन दिए। कुलदीप ने एक मेडन ओवर भी फेंका। कुलदीप ने चहल से ज्यादा विकेट लिए और चहल के मुकाबले कम रन देते हुए अपना इकॉनमी रेट भी अच्छा रखा। इस सब के बावजूद उन्हें खिताब नहीं मिला।
सीरीज़ में 6.3 ओवर फेंके तो वहीं चहल ने दोनों मैचों में अपना कोटा पूरा करते हुए 8 किए थे
युजवेंद्र चहल को मैन ऑफ द सीरीज़ का खिताब देने के पीछे एक वजह हो सकती है और वो ये कि उन्होंने इस सीरीज के दौरान कुलदीप से ज़्यादा गेंदबाज़ी की। कुलदीप ने जहां इस सीरीज़ में 6.3 ओवर फेंके तो वहीं चहल ने दोनों मैचों में अपना कोटा पूरा करते हुए 8 किए थे।वहीं कुलदीप को पहले मैच में चार विकेट लेने के लिए मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिल चुका था। इसलिए हो कता है कि आखिरी मैच के बाद चहल के दोनों मैचों के प्रदर्शन को मद्देनज़र रखते हुए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज़ का खिताब देने का फैसला किया हो।