जयपुर: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वसुंधरा राजे पर जमकर निशाना साधा। गहलोत ने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इतिहास में इससे पहले राजस्थान में किसान आत्महत्या नहीं करते थे। लेकिन ये कलंक भी अब राज्य पर लग गया।
किसान आत्महत्या के लिए मजबूर
पूर्व सीएम ने कहा कि राजस्थान में प्याज लहसुन के किसानों का बुरा हाल है। किसान फसल की लागत भी न निकल पाने की वजह से आत्महत्या को मजबूर हैं। राजस्थान में बाजार हस्तक्षेप नीति के तहत लहसुन और प्याज़ की खरीद शुरू हुई। लेकिन सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करके आपाधापी कर दी। गहलोत ने ये भी कहा कि हल्की लहसुन के नाम पर फसल की बड़ी मात्रा बाजार के नाम पर करके किसानों को लुटवा दिया।
‘घर में नहीं दाने और अम्मा चलीं भुनाने’
इस दौरान अशोक गहलोत ने वसुंधरा सरकार की कर्जमाफी योजना पर तंज कसते हुए कहा कि, ‘घर में नहीं दाने और अम्मा चलीं भुनाने’। गहलोत ने सवाल उठाया कि जब सरकार के खाते में पैसा ही नहीं है तो 6 करोड़ कहां से आएगा। फिलहाल वित्त विभाग ने 2 हज़ार करोड़ की ही मंजूरी दी है जो किश्तों में मिलेगा।
कर्ज माफी के नियमों पर सवाल
गहलोत ने कर्ज माफी के नियमों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार सिर्फ सहकारी बैंकों से कर्ज लेने वाले 26 लाख किसानों के राहत दे रही है। जबकि लाखों की संख्या में ऐसे भी किसान हैं जिन्होंने बैंकों या किसान क्रेडिट कार्ड से लोन ले रखा है। उन्हें इसका कोई फायदा नहीं मिलेगा।