इन दिनों पाकितानी मीडिया में एक खबर छाई हुई है, जिसके अनुसार वहां के एक विश्वविद्यालय ने अजीबो गरीब फरमान जारी किया है। इस हुक्म में कहा गया है कि छात्र-छात्राओं को कैंपस में हर समय एक-दूसरे से कम से कम छह इंच की दूरी बनाए रखनी है। ये दूरी उन्हें साथ उठते, बैठते और चलते हुए हर समय कायम रखनी है। प्रमुख पाकिस्तानी अखबारों डॉन और ट्रिब्यून की मानें तो करांची की बाहरिया यूनिवर्सिटी ने अपनी नयी ड्रेस कोड पॉलिसी के तहत ये गाइड लाइन सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर में ड्रेस कोड का भी जिक्र है।
यह अधिसूचना बहरिया विश्वविद्यालय ने बीते हफ्ते कराची, लाहौर और इस्लामाबाद स्थित तीनों कैंपसों के छात्रों के संबंध में जारी की है। इस अधिसूचना में कहा गया है – विभागों के सभी लोगों को यह ध्यान रखना है कि सभी लड़के और लड़कियां एक दूसरे से करीब 6 इंच की दूरी पर खड़े हों या फिर बैंठे।
इसके साथ ही नोटिस में कहा गया है कि लड़का और लड़की को छूने पर मनाही है। कोई इसका उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। वहीं अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि बढ़ते विरोध प्रदर्शन के बीच फेडरेशन ऑफ ऑल पाकिस्तान यूनिवर्सिटीज एकेडमिक स्टॉफ एसोसिएशन (एफएपीयूएएसए) ने बहरिया विश्वविद्यालय से इस नोटिस को वापस लेने को कहा है।
एफएपीयूएएसए के अध्यक्ष कलीमुल्लाह बारेच का कहना है कि ‘यह फरमान पूरी तरह से बकवास है। ऐसा करने से विद्यार्थियों के बीच भ्रम पैदा होगा। इस तरह की नोटिस को तत्काल प्रभाव से विश्वविद्यालय को वापस लेना चाहिए।’ वहीं यूनिवर्सिटी की प्रवक्ता महविश कामरान ने अधिसूचना का बचाव करते कहा कि ‘ऐसी अधिसूचना छात्रों के बीच अनुशासन बनाए रखने के लिए जारी की गई थी।’