आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप्स की शुरुआत अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप के बाद होगी। इसमें चार दिन के टेस्ट मैच और डे-नाइट टेस्ट मैच को नहीं शामिल किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि अगर आईसीसी खुद ही इसे लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है तो इसमें भाग लेने की सारी जिम्मेदारी बीसीसीआई पर ही क्यों डाली जा रही है? इसके साथ ही भारत ने इस साल अक्टूबर में वेस्ट इंडीज के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट मैच की मेजबानी करने का फैसला भी बदल दिया है।
सूत्र ने कहा कि बोर्ड को डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने में कोई औचित्य नजर नहीं आता। बीसीसीआई की टूर और फिक्चर्स कमिटी ने पहले राजकोट में वेस्ट इंडीज के खिलाफ दूधिया रोशनी में टेस्ट मैच खेलने की योजना बनायी थी। इसका उद्देश्य खिलाड़ियों को डे-नाइट टेस्ट मैच की प्रैक्टिस करवाना था। सूत्र ने कहा, ‘पहले हम एक मिसाल कायम करना चाहते थे लेकिन अब इसकी कोई जरूरत नहीं है।