नई दिल्ली। सेना के साजो-समान को लेकर जाने वाले भारतीय वायुसेना के सबसे बड़े मालवाहक विमान सी-17 ग्लोबमास्टर ने ऐतिहासिक उड़ान भरते हुए अरुणाचल प्रदेश के एडवांस लैंडिंग ग्रांउड तुटिंग में उतरा। वायुसेना के ग्रुप कैप्टन के रामाराव, विंग कमांडर अमिय राय, विंग कमांडर के त्रिवेदी और उनके साथियों ने चीन से लगने वाली सरहद पर सी-17 ग्लोबमास्टर को सफलतापूर्वक उतारा। बता दें कि ये मालवाहक विमान बेहद गर्म और ठंडे वातावरण में उड़ान भर सकता है, जिसे देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये ट्रैंक से लेकर मिसाइल हर छोटा बड़ा हथियार और सैनिकों को लेकर उड़ान भर सकता है।
इस विमान की सबसे खास बात ये है कि ये पहाड़ों में बनी छोटी हवाई पट्टियों पर भी उतर सकता है और ऊंचे पहाड़ों में लड़ाई के दौरान इसके जरिए कोई हानी नहीं हो सकती। विमान की और भी कई खासियते हैं। ये विमान मिसाइल वार्निंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर सपोर्टेड मिशन प्लानिंग सिस्टम से लैस है। सी-17 ग्लोबमास्टर एक साथ 188 सैनिकों को ले जा सकता है और लैंडिंग के लिए इसे कम लंबाई के रनवे की जरूरत होती है। इसके अलावा ग्लोब मास्टर की सटीक प्रणालियों के कारण इसे हैवी ड्रॉप ऑपरेशनों में आइएल-76 (गजराज) के साथ इस्तेमाल किया जाएगा और ये एयरबोर्न एक्सरसाइज में भी उपयोगी है।