नई दिल्ली। माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई और उसका दाया हाथ कहलाने वाला इकबाल कासकर मंगलवार को थाणे की एक अदालत में पेश हुआ। इस दौरान कासकर ने बताया कि उसने गिरफ्तारी से पहले दाऊद से बात की थी, जिस पर जज ने दाऊद का फोन नंबर मांग लिया। इस पर कासकर ने सफाई पेश करते हुए कहा कि जिस नंबर से फोन आया था वो उसके फोन पर डिस्प्ले नहीं हो रहा था। कासकर ने कहा कि उसे ये नहीं पता है कि दाऊद फिलहाल कहा है। वहीं कासकर के वकील ने अदालत की कार्रवाई में दखल देते हुए कहा कि पहले दाऊद इब्राहिम भारत लौटना चाहता था और वकील राम जेठमलानी ने इसके लिए मध्यस्थता करने की कोशिश की थी।
वकील ने कहा कि दाऊद की शर्त थी कि उसे मुंबई के आर्थर रोड पर स्थित जेल में रखा जाए, लेकिन सरकार ने उसकी शर्त को मानने से इंकार कर दिया था। केसवानी ने कहा कि इसकी वजह से दाऊद भारत नहीं लौट सका। दरअसल थाणे पुलिस ने कासकर और उसके गैंग के सदस्यों के खिलाफ पिछले साल दर्ज फिरौती के तीसरे मामले में इकबाल कासकर को पुलिस हिरासत में देने की मांग की, जोकि मुंबई का मामला है। बता दें कि श्याम सुंदर अग्रवाल नामक एक शख्स ने बोरिवली में एक प्लॉट खरीदा था। कासकर के लोगों ने अग्रवाल को धमकी दी, उससे करोड़ो रुपये की फिरौती ली और प्लॉट भी किसी और को सौंप देने को मजबूर किया।