नई दिल्ली। सात दिन के भारत दौरे पर आए कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादी जसपाल अटवाल को दिल्ली में दिए जाने वाले स्पेशन डिनर पर इनवाइट किया है, हालांकि बाद में विरोध को बढ़ता देख इसे रद्द कर दिया गया। दरअसल अटवाल दो अलग-अलग फोटो में ट्रूडो की पत्नी सोफिया और उनके एक मंत्री के साथ नजर आ रहे हैं, इस फोटो को 20 फरवरी को मुंबई में लिया गया था। बता दें कि खालिस्तानी आतंकी अटवाल ने 32 साल पहले पंजाब के एक मंत्री पर जानलेवा हमला किया था। खबरों के मुताबिक विरोध को देखते हुए जसपाल का इन्विटेशन खारिज कर दिया गया है।
ट्रूडो मंगलवार को मुंबई गए थे। एक फोटो में अटवाल यहां ट्रूडो की पत्नी सोफिया के साथ नजर आ रहा है। एक अन्य फोटो में वे ट्रूडो के मंत्री अमरजीत सोही के साथ भी दिखाई दिया। खालिस्तान समर्थित आतंकी अटवाल बैन किए गए अंतर्राष्ट्रीय सिख यूथ फेडरेशन में काम करता था। अटवाल ने पंजाब के पूर्व मंत्री मलकीत सिंह सिद्धू पर साल 1986 में वैंकूवर आईलैंड में जानलेवा हमला किया था। जसपाल उन चारों लोगों में शामिल था, जिन्होंने सिद्धू की कार पर घात लगाकर हमला किया था और गोलियां चलाई थी। बता दें कि ट्रूडो पर पहले भी खालिस्तान समर्थक होने के आरोप लगते रहे हैं। पिछले साल कनाडा के रक्षा मंत्री सज्जन भी भारत दौरे पर आए थे।
उस वक्त पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उन पर खालिस्तान से सहानुभूति रखने का आरोप लगाते हुए मिलने से इनकार कर दिया था। हालांकि, बुधवार को अमरिंदर ने ट्रूडो से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच होटल में 40 मिनट तक बातचीत भी हुई। बताया जा रहा है कि इस दौरान अमरिंदर सिंह ने ट्रूडो को खालिस्तान समर्थक 9 आतंकियों की लिस्ट सौंपी और उन पर कार्रवाई करने की मांग की। बता दें कि पंजाब में कुछ लोगों ने 1980 के दशक में खालिस्तान नाम से अलग देश बनाने की मांग की थी। इसके लिए उन्होंने भारत विरोधी हिंसक आंदोलन किए। 1984 में भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर में खुसकर वहां छिपे खालिस्तान सपोर्टर्स पर कार्रवाई की। इसके बाद धीरे-धीरे ये आंदोलन खत्म हो गया।
जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को यहां स्वर्ण मंदिर में परिवार के साथ माथा टेका। उन्होंने यहां गुरु राम दास जी लंगर हॉल में भक्तों के लिए रोटियां भी बेलीं। इस दौरान सफेद कुर्ते-पजामे में थे और उन्होंने सिर पर यहां का पारंपरिक केसरिया कपड़ा भी बांधा हुआ था। उनकी पत्नी सोफी ग्रेगोयर ट्रूडो और दो बच्चे भी पंजाबी लिबास में थे। कनाडाई पीएम का परिवार करीब एक घंटे तक यहां रहा। ट्रूडो परिवार ने यहां भक्तों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। इस दौरान कई लोग मोबाइल से उनकी फोटो ले रहे थे।-इस मौके पर ट्रूडो परिवार को मंदिर में सिरोपा भेंट किया गया है। बता दें कि यह सम्मान के लिए सिर पर बांधा जाने वाला एक कपड़ा होता है।