नई दिल्ली। भारत की महिलाएं हर मोर्चे पर ये दिखाने में सफल साबित हो रही है कि वो पुरुषों के मुकाबले किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। इसी कड़ी में भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनि चतुर्वेदी ने अकेले मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान उड़ाकर ये साबित कर दिया है कि युद्ध क्षेत्र में महिलाएं भी आसमान से दुश्मन पर कहर बरपा सकती हैं। अवनि लडाकू विमान अकेले उड़ाने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं। पूर्णरूप से फाइटर पायलट बनने का ये उनका पहला कदम है। बता दें कि अकेले लड़ाकू विमान उड़ाने से पहले अवनि ने प्रशिक्षक की देखरेख में मिग-21 की जांच की।
उड़ान के दौरान अनुभवी पायलट और प्रशिक्षक एयर ट्रैफिक कंट्रोल और रन-वे पर निगरानी के लिए मौजूद रहे। बता दें कि महिला फाइटर पायलट बनने के लिए 2016 में पहली बार तीन महिला पायलटों अवनि चतुर्वेदी, मोहना सिंह और भावना को वायु सेना में कमिशन किया गया था। अवनि के अकेले लड़ाकू विमान उड़ाने को लेकर एयर कमांडर प्रशांत दीक्षित ने कहा कि ये भारतीय वायुसेना और पूरे देश के लिए एक विशेष उपलब्धि और गर्व की बात है।
दुनिया के चुनिंदा देशों जैसे ब्रिटेन, अमेरिका, इजरायल और पाकिस्तान में ही महिलाएं फाइटर पायलट बन सकीं हैं। भारत में अक्टूबर 2015 में सरकार ने महिलाओं के फाइटर पायलट बनने की राह प्रशस्त कर दी थी। जिसके बाद अवनी, मोहना और भावना ने वो सीखा जिससे देश में महिलाओं की साख यकीनन आसमान छू रही है। गौतरलब है कि केंद्र सरकार ने साल 2015 में महिलाओं को फाइटर पायलट में शामिल करने का फैसला किया था।