चेन्नई। तमिलनाडु की सत्तारूढ़ एआईडीएमके को उसके गढ़ आरके नगर में हराकर विधायक बने निर्दलीय प्रत्याशी और शशिकला के भतीजे दिनाकरन ने पद एवं गोपनियता की शपथ ली। वहीं दूसरी तरफ एआई़डीएमके ने दिनाकरन का समर्थन करने वाले 132 लोगों को पार्टी से निष्काशित कर दिया है। पार्टी संयोजक ओ पनीरसेल्वम और सह संयोजक पलानीस्वामी ने इस बात का ऐलान करते हुए पार्टी के 132 सदस्यों को हटाने की घोषणा की। पार्टी ने तिरुपुर, पुडुकोट्टई और धर्मपुरी यूनिट से जुड़े लोगों को पार्टी से निकाला है। इसमें सबसे बड़ी कार्रवाई तिरुपुर में की गई, जहां के कुल 65 पार्टी सदस्यों को निष्काशित किया गया।
वहीं पुडुकोट्टई से 49 और धर्मपुरी यूनिट से 18 लोगों को निष्कासित कर दिया गया। दोनों नेताओं ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि वे सभी पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ हो गए थे अौर एअाइएडीएमके को ‘बदनाम’ कर रहे थे। पार्टी की तरफ से जारी एक बयान में पार्टी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया गया है कि वो लोग उनके साथ किसी तरह का कोई संबंध न रखे। इसी के साथ पार्टी के साथ धोखा करने को लेकर भी चेतावनी दी गई है। बता दें कि पिछले हफ्ते भी पार्टी ने दिनाकरन का साथ देने वाले 44 लोगों को पार्टी से निष्काशित किया था।
गौरतलब है कि 21 दिसंबर को हुए आरके नगर उपचुनाव में जीत हासिल कर दिनाकरन ने सत्तारूढ़ गुट को तगड़ा झटका दिया था। उन्होंने एआइएडीएमके के उम्मीदवार को 40 हजार वोटों के अंतर से पराजित कर जीत दर्ज की, जिसके बाद से ये निष्कासन कार्रवाई शुरू हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद से आरके नगर में उपचुनाव कराए जाने की जरूरत थी। वो यहां से विधायक थीं। दिनाकरन ने एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और बाजी मारी।