नई दिल्ली। जैसा कि सभी जानते हैं गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के द्वारा निकाले गए ट्रैक्टर मार्च में हिंसा भड़क गई थी। जिसके चलते राजधानी में में अशांति का माहौल उत्पन्न हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। इतना ही इस हिंसा में करीब 300 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके साथ ही हिंसा के दौरान एक किसान भी मौत हो गई है। जिसके चलते अब पुलिस एक्शन मूड में आ गई है। दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 26 किसान नेताओं के नाम एफआईआर दर्ज की है। पुलिस के कई धाराओं के तहत किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
13 धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज-
बता दें कि मंगलवार को राजधानी में गणतंत्र दिवस के मौके पर कैसे गणतंत्र का अपमान हुआ यह पुरी दुनिया ने देखा। टैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में 8 बसें, 17 गाड़ियां तोड़ी गईं। जमकर तोड़फोड़ के बाद किसानों का जत्था लालकिले पहुंच गया जहां उन्होंने सिख धर्म का झंड़ा लगा दिया। इस पूरे मामले में गृह मंत्रालय की बैठक हुई जिसमें अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात करने का फैलसा लिया गया। ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब दिल्ली पुलिस का एक्शन शुरू हो गया है। जिसके चलते दिल्ली पुलिस ने 26 किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। दिल्ली पुलिस की इस एफआईआर में आपराधिक षड्यंत्र, डकैती, डकैती के दौरान घातक हथियार का प्रयोग और हत्या का प्रयास जैसी गंभीर धाराओं समेत कुल 13 धाराएं लगाई गई हैं। समयपुरी बादली की एफआईआर नंबर 39 में नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेघा पाटेकर और स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव का नाम है।
इन किसानों नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज-
इसके साथ ही जमुरी किसान सभा पंजाब के कुलवंत सिंह संधू, भारतीय किसान सभा डाकोड़ा के बूटा सिंहए कवंलप्रीत सिंह पन्नू, किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह पन्नू, सुरजीत सिंह फूल, जोगिंदर सिंह हरमीत सिंह कादियान, बलवीर सिंह राजेवाल, सतनाम सिंह साहनी, डॉ दर्शन पाल, भोग सिंह मनसा, बलविंदर सिंह ओलक, सतनाम सिंह भेरु, बूटा सिंह शादीपुर, बलदेव सिंह सिरसा, जगबीर सिंह टाडा, मुकेश चंद्र, सुखपाल सिंह डाफर, हरपाल सांगा, कृपाल सिंह नाटूवाला, राकेश टिकैत, कविता, ऋषि पाल अंबावता, वीएम सिंह और प्रेम सिंह गहलोत का नाम शामिल है।