इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अल्पसंख्यको के खिलाफ अत्याचार का मामला कोई नया नहीं है। पड़ोसी मुल्क अल्पसंख्यक हिंदू, सिख और ईसाईयों के लिए किसी नरक से कम नहीं है। एक बार फिर पाकिस्तान में ऐसा मामला सामने आया है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक नाबालिग हिंदू लड़की को अगवा कर जबरन धर्म परिवर्तन और फिर शादी के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है। सिंध के थार गांव में इस मामले को लेकर लड़की के पिता ने हर जगह मदद के लिए दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। उसने पुलिस के पास भी शिकायत दर्ज कराई।
लड़की के पिता हीरो मेघावर ने बताया कि पुलिस उसकी मदद नहीं कर रही है। लड़की का पता अभी तक नहीं लग पाया है। पिता का कहना है कि शहर के कुलीन लोगों ने उसे बताया है कि नसीर लुंजो नाम के एक व्यक्ति ने लड़की का धर्म परिवर्तन कराकर उसकी बेटी से निकाह कर लिया है। मेघावर का कहना है कि कुछ दिनों पहले उनके घर में कुछ लोग जबरन घुस आए। सारे परिवार को बंधक बनाकर लड़की को अगवा कर लिया गया। पिता का कहना है कि आरोपियों के पास हथियार थे, इस वजह से वह चाहकर भी विरोध नहीं कर सके। उनका कहना है कि पुलिस को शिकायत घटना के तुरंत बाद ही दे दी गई, लेकिन अभी तक उसकी बेटी का कोई सुराग नहीं मिला है।
वहीं, थार के पुलिस अधिकारी अमीर सौद का कहना है कि केस दर्ज कर तीन संदिग्ध लोगों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस को लड़की का धर्म परिवर्तन संबंधी दस्तावेज मिले हैं। जिसमें सिंध हाईकोर्ट में अगवा लड़की व उसके पति की तरफ से याचिका दायर कर सुरक्षा की गुहार लगाई गई है। अदालत 17 जनवरी को मामले की सुनवाई करेगी। अधिकारी का कहना है कि अगवा लड़की नाबालिग है, लिहाजा अदालत ही इसमें फैसला करेगी।