नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली में संदेसारा ग्रुप के ठिकानों पर 5500 करोड़ के घोटाले के आरोप में छापा मारा है। इस मामले में खास बात ये है कि छापेमारी कुछ ऐसे लोगों के ठिकानों पर भी की गई जो काम तो अहमद पटेल के यहां करते ते लेकिन उनको वेतन संदेसारा से मिलता था। ईडी अब इसी की जांच कर रही है। इस मामले में अहमद पटेल ने मीडिया ने कहा कि जिन लोगों के यहा छापे मारे गए हैं उनमें से संजीव महाजन उनके घर आते थे। इसके अलावा उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
बता दें कि इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय गगन धवन नाम के शख्स को गिरफ्तार भी कर चुका है। प्रवर्तन निदेशालय पीएमएलए के तहत मामला दर्ज है। बैंक से 5500 करोड़ रूपये का लोन दिलाने और इस पैसे को ठिकाने लगाने में अहमद पटेल की भूमिका की जांच हो रही है। दिल्ली में कुल सात ठिकानों पर छापेमारी चल रही है, सूत्रों के मुताबिक छापेमारी में प्रवर्तन निदेशालय के हाथ बेहद अहम दस्तावेज लगे हैं। अहमद पटेल गुजरात से राज्यसभा सदस्य हैं और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव हैं। कांग्रेस पार्टी में अहमद पटेल की अहम भूमिका है। गुजरात के भरूच के रहने वाले हैं। कहा जाता है सोनिया गांधी के हर निर्णय के पीछे अहमद पटेल का ही दिमाग होता है।