नई दिल्ली। समता पार्टी की पूर्व अध्यक्ष और लालू यादव और नीतीश कुमार को अच्छे से जानने वाली जया जेटली ने अपनी आत्मकथा अमंग स्कॉर्पियंस में लालू और नीतीश के बीच के रिश्तों का खुलासा किया है। जया ने अपनी किताब के जरिए ये खुलासा किया है कि एक समय में नीतीश कुमार बीजेपी में शामिल होने वाले थे। उन्होंने लिखा कि अगर उस समय हम समता पार्टी बनाकर चुनाव में न उतरते तो नीतीश कुमार आज बीजेपी के नेता होते और देश में जेडीयू नाम की कोई पार्टी ही नहीं होती। उन्होंने लिखा की नीतीश कुमार का बीजेपी में शामिल होने का कारण लालू प्रसाद यादव थे, क्योंकि उस दौरान वो उनसे काफी परेशान थे।
जया जेटली ने अपनी किताब में आरोप लगाते हुए का कि जॉर्ज साहब की अपील के बावजूद उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा गया और मेरी जगह कारोबारी महेंद्र प्रसाद को राज्यसभा का सदस्य नियुक्त कर दिया गया था। किसी जमाने में देश के प्रतिभाशाली नेताओं में शुमार जया ने अपनी किताब में पीएम मोदी की तारीफ करते हुए शरद और मुलायम सिंह यादव सरीखे नेताओं पर काफी तंज कसे हैं। उन्होंने कहा कि सहयोगियों की दरकार और अपने अहंकरा के कारण वाजपेयी सरकार साल 2004 का चुनाव हार गई थी। पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए जया अपनी किताब में लिखती है कि मोदी बहुमत के बावजूद सहयोगियों को अपने साथ लेकर चलते हैं।
पीएम के व्यवहार की तारीफ करते हुए उन्होंने लिखा कि मोदी विरोधियों से भी मिलते और बात करते हैं। साथ ही उन्होंने लिखा कि गुजरात में नरेंद्र मोदी ने आसानी से बदलाव लाये, लेकिन देश में अच्छे काम और बदलाव को कुछ लोग आसानी से नहीं मानते हैं। जया जेटली ने अपनी आत्मकथा में आगे लिखा है कि लालू और शरद यादव केवल भाषण से ही समाजवादी हैं, मधु लिमये, जेपी और राममनोहर लोहिया का विचारधारा की तरह ही रहन-सहन था। लालू और मुलायम ने परिवारवाद को जितना बढ़ावा दिया वो लोहिया और मधु लिमये एक मिनट के लिए भी बर्दाश्त नहीं करते।