इस्लामाबाद। पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर भारतीय सेना ने कई आतंकियों को ढेर कर दिया था जिसका असर पाकिस्तान पर काफी हद तक पड़ा है। एक ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान खान ने कायर करार दिया तो वहीं पीओके की आवाम ने शरीफ के खिलाफ नारेबाजी कर उनकी सत्ता को हिलाकर रख दिया है। जिसके चलते पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई और सेना पर आतंकवाद को बढ़ावा देने पर शिकंजा कसा जा रहा है। लेकिन अब ऐसी खबरें सामने आ रही है कि सर्जिकल स्ट्राइक की भनक नहीं लगने के कारण आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर पर गाज गिर सकती है और उन्हें समय से पहले ही बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
पाकिस्तान के अखबार में छपी खबर के मुताबिक खुफिया एजेंसी के चीफ को पद से हटाया जा सकता है और इसके लिए कवायद शुरु कर दी गई है। इसके अलावा मीडिया में ऐसी खबरें भी आ रही है कि रिजवान अख्तर की जगह कराची के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार नियुक्त हो सकतें हैं। रिजवान अख्तर को साल 2014 में आईएसआई चीफ की कमान सौंपी गई थी। हालांकि पाकिस्तानी सेना ने इस तरह की किसी भी खबर से इंकार कर दिया है। बता दें किआईएसआई प्रमुख का कार्यकाल 3 साल का होता है लेकिन इसमें तभी बदलाव किया जाता है जब कोई प्रमुख सेवानिवृत्त हो जाए या फिर सैन्य प्रमुख उनकी जगह ले लें।
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना द्वारा 28 सितंबर की रात नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में कई आतंकियों की मौत हो गई थी। हालांकि भारत द्वारा किए गए सर्जिकल ऑपरेशन को पाकिस्तान शुरुआत से ही नकारता चला आया है। लेकिन कुछ दिनों पहले समाचार चैनल ने दावा किया था कि पाकिस्तान सैनिक ने भारत द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की बात कबूली और ये भी कहां कि आतंकवादिओं के शव को ट्रको में लादकर गुपचुप तरीके से दफनाया भी गया था।