हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। तारीखों का ऐलान होने के बाद यहां सियासी घमासान मचना भी शुरु हो चुका है। जिसके बाद अब सीएम वीरभद्र सिंह ने ठियाग विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं। सूत्रों के अनुसार खबर है कि वह ठियोग विधानसभा सीट से अपना पर्चा भरने वाले हैं। ठियोग विधानसभा सीट से पर्चा भरने से पहले वीरभद्र सिंह रैली भी करने वाले हैं।
सूत्रों के अनुसार खबर है कि सीएम वीरभद्र सिंह अरकी विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार संभव है कि सीएम वीरभद्र सिंह दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं। जानकारी है कि हिमाचल में कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची मंगलवार शाम तक सार्वजनिक की जा सकती है। यह लिस्ट स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद जारी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीट हैं जिनमें से 17 सीटें अनुसूचित जातियों और तीन अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं।
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर का दिन चुनाव के लिए निर्धारित किया गया है। इसके लिए नामांकन 16 से 23 अक्टूबर के बीच होने वाला है। तथा नामांकन वापस लेने की तारीख 26 अक्टूबर निर्धारित की गई है। हिमाचल प्रदेश विधानसभा कार्यकाल 7 जनवरी 2018 को खत्म हो रहा है। वही वोटों की गिनती के लिए 18 दिसंबर का दिन निर्धारित किया गया है। लेकिन कांग्रेस में इन दिनों सियासी खींचताच मची हुई है। ऐसे में सीएम वीरभद्र सिंह और पार्टी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू की एक दूसरे से नाराजगी सुर्खियों में बनी हुई है।
कांग्रेस की तरफ से सीएम को राज्य पार्टी प्रचार समिति प्रमुख बनाया है। यह जिम्मेदारी सीएम को सुखविंदर सिंह सुक्खू को पद से हटाकर दी गई है। देखने वाली बात है कि तीन दिन पहले ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सुक्खू को समिति अध्यक्ष और सीएम को इसका सदस्य बनाया था लेकिन अब सीएम कांग्रेस उम्मीदवारों का चयन करने वाले हैं। इससे साफ हो गया है कि सीएम वीरभद्र सिंह पार्टी आलाकमान पर अपना दबाव बनाने में सफल रहे हैं। इस बार जहां सीएम और पार्टी अध्यक्ष के बीच में जंग जारी है तो इससे पहले भी हालात ऐसे ही थे।