गुजरात। अगर महापुरुष सरदार पटेल और बीआर अंबेडकर कुछ वक्त और जिंदा रहते तो सरदार सरोवर बांध 60 के दशक में ही बन जाता। ऐसा कहना है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का। नेशनल ट्राइबल फ्रीडम फाइटर्स म्यूजियम का उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह दभोई काफी बार आए हैं लेकिन उन्हें कभी भी ऐसा दृश्य देखने को नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि महापुरुषों जैसे बीआर अंबेडकर और सरदार पटेल को हमने काफी पहले खो दिया। अगर वह कुछ वक्त और जिंदा रहते तो यह बांध काफी पहले ही बन चुका होता। पीएम मोदी के अनुसार यह मां नर्मदा की भक्ति का ही प्रतीक है जोकि महा जनसैलाब देखने को मिला। उन्होंने विश्वकर्मा जयंती के मौके पर कहा कि भारत में स्थापत्य से जुडे़ हर व्यक्ति को विश्वकर्मा के रूप में देखा जाता है।
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि बेबुनियाद आरोप लगाए जाते हैं लेकिन उन्होंने इसे हमेशा राजनीतिक गलियारों से हटाने की कोशिस की है। उन्होंने कहा कि सभी लोगों ने राजनीति कर मुश्किलें खड़ी करने की कोशिश की लेकिन गुजरात के संतों का साथ हमारे साथ था तथा गुजरात के मंदिरों से भी पैसा आया तब जाकर सरदार सरोवर बांध बन पाया। इस दौरान जन्मदिक के मौके पर उन्हे शुभकामनाएं देने वालों को पीएम ने धन्यवाद कहते हुए कहा कि वह आगे भी कड़ा परिश्रम करते रहेंगे।